RWANDA GENOCIDE BUSINESSMAN ARRESTED IN PARIS: GERMANY, FRANCE, ITALY, GREECE, UK ARE IN DEEP RECESSION


جنوں سے دانش
خرد سے پاگل پن
ردائے برگ کشیدہ
گلوں سے کومل پن
حیات لے کےہے آئ
کلیدِ رمزِقفلِ وجود
نیاقیام نئی طریقِ سجود

پا بہ زنجیر ہوئ ہے
روحِ افکارِ لاطیں
یونانی و ھسپانی وانجلیسی
زہب پر بھی سوال اٹھّے ہیں
برہنہ رقص پہ مگر پھر سے
ابھی آمادہ ہیں جنانانِ ارض
اخوانانِ یوسف میں مچا
ایک تصویر پر واویلا ہے
کہ ہے یہی عکسِ زلیخاِ مگر
نہیں یہ نہیں ہے عکسِ بلقیس
ہاتھ میں دیکھ کے بولے سبھی
ہاں یہی ہے یوسف کی قمیض

تعمیر ھیکلِ سلیمانی کی ضد
صحنِ اقصیٰ میںٰٰ
زور پکڑتی ہے
اور پکڑتی ہی
چلی جاتی ہے
بنی اسرائیلی شہزادوں کےگھر
جشنِ آمدِ مسیحا کی تیاری ہے
سنائے جارہے ہیں تورات
مگر تورات کے آئٰات کی
تفسیریں بدل جاتی ہیں

چرخ نوشتہ کی تحریر
ابھر جاتی ہے گردوں پر
آبی بگولہ کی طرح مٹ
جاتی ہیں ساری تحریکیں
زحق الباطل کا ہوتا ہے نمود
نظامِ ذکر سے آرستہ قباءِدرود
وجدمیں۔جھوم تے باطن
تا تا تھئ یا تک دھن دھن
رقصاں من کے بھیتر
لئے عشق کا شیتل پن
جنون کی دانش
خرد کا پاگل پن ۔۔۔

RWANDA GENOCIDE BUSINESSMAN ARRESTED IN PARIS: GERMANY, FRANCE, ITALY, GREECE, UK ARE IN DEEP RECESSION

1994 मे रवांडा, (आबादी 1.25 करोड) मे हूतु (Hutu) और तुत्सी (Tutsi) जन-संहार के मास्टर माईंड फेलेसिन काबूगा को आज पेरिस शहर के क़रीब हिरासत मे लिया गया।इन के सर पर 50 लाख डॉलर का इनाम था।

काबूगा 25 साल से नाम बदल कर फ्रांस मे पेरिस से कुछ दूर रह रहे थे। यह रवांडा के बहुत पैसे वाले बिज़नेसमैन थे और यह वहॉ के हुतू राष्ट्रपति के पत्नी के बहुत क़रीब थे। सारे नरसंहार का पैसा, रेडियो तथा सहयोग इन्होने किया था।

तीन दिन मे 1 लाख और सौ दिन मे 10 लाख तुत्सी और सेकुलर हुतू को मार दिया गया। पूरी दुनिया सारा तमाशा देखती रही क्योकि इस मे फ्रांस का हाथ था और यूरोप चुप रहा। उस के बग़ल मे जायरे (Zaire) एक मूल्क था जिस को आज कोंगो कहते हैं जहॉ तेल बहुत है।

बाद मे पोप और क्रिस्चन दुनिया के हस्तक्षेप से वहॉ शांति हुआ और राष्ट्रपति की बाद मे हत्या भी हो गई। बहुत हूतु कोंगो, यूगॉंडा और फ्रांस भाग कर पनाह लिया।आज भी कोंगो मे शांति नही है। रोज आदमी मारे जा रहे हैं और इटली की Eni तेल कम्पनी तेल निकल रही है। मारे गये राष्ट्रपति की पत्नी भी 25 साल से पेरिस मे हैं और अब हिरासत मे ले लीजायें गी।

कहने का मतलब यह है कि पिछले दस (10) साल मे चीन, तुर्की, अरब ने अफ्रिका मे हर जगह क़ब्ज़ा कर लिया। सिरिया ओर कोरोना ने अमेरिका और यूरोप का दिमाग़ ठेकाने लगा दिया तो जो 40 साल से मार-काट कर रहे थे वह रासते पर आने लगे।

(निचे तस्वीर मे किगाली, रवांडा मे बना $300 million का कनवेंशन सेंटर जो तुर्की के ठिकेदार ने बनाया। ऐडेिस अबाबा मे $300 million का अफ्रिकन यूनियन भवन चीन ने बना कर दान मे दिया)

Rwanda Convention Centre
African Union Building in Addis Ababa, Ethiopia