Post of 29-01-2022

#और मै इतिहास लिखता हूँ……..

मै पिरामिड का पत्थर तराशा और दिन मे मज़दूरों को चाय पिलाया और रात मे पिरामिड की चौकिदारी किया। जब पिरामिड बन गया तो वहॉ से खदेड़ा गया और भारत आकर पत्थर तराश कर सोमनाथ मंदिर बनाया और संघ की स्थापना किया।

फिर प्राचीन पहाड़ों से घिरे गया के जंगल मे गौतम बुद्ध की सेवा किया और उन के दर्शनशास्त्र का प्रचार किया और सेना बना कर कलिंगा के युद्ध मे अशोक को विजय बनाया।

जब ह्वांग सेन भारत से लौटे तो मै उन के साथ चीन गया, कन्फ़्यूशियस का दर्शनशास्त्र पढाया, वापस आ कर पत्थर तराश कर अजंता और ऐलोरा का मंदिर अपने हाथो से बनाया। फिर क़ुतुब मिनार का निर्माण अपने हाथो से किया।

बाहर से आये मुठ्ठी भर लोग जो हमें पादोभ्रांत करते रहे उन को पानीपत के युद्ध मे मै ने हराया और मै शेर शाह का आर्थीक सलाहकार बना, रोड बनवाया, करोड़ों पेड लगवा कर जलवायु की संरक्षणा का सिद्धांत दिया, डाक टिकट निकाला, जमीन की चकबंदी किया, कृषि को सुदृढ़ किया, अनाज रखने का गोदाम बनाया।

हम ने ताजमहल का अद्भुत नक्शा बनाया और बीस साल मे सुंदर पत्थर तराश कर दुनिया को मोहब्बत की निशानी दी।भारत मे विकास पैदा किया और दुनिया को 30% जीडीपी दिया।

फिर मै ने स्टीम इंजन बनाया और देश मे रेलवे का जाल बिछाया और स्टेशन पर चाय बेचने का रोज़गार पैदा किया।

और मै भारत हूँ, संघ का इतिहास लिखता रहा…..
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Syed Abid Naqvi

मोदी जी ने NCC की ज़बर्दस्त ट्रेनिंग ली, जब सारे क्रेडिट थक कर सो जाते तब भी मोदी जी कड़ाके की ठंड में लफ़ेट-रफ़ाइट करते रहते, साभदान-भीसराम करते रहते, फिर 1857 की करांती में भाग लिया और रानी लक्ष्मीबाई की सेना में लपटैन्ट जरनल हो गए और अंग्रेज़ों से भयानक युद्ध किया, अंग्रेज़ भी मोदी जी की वीरता से सम्मोहित हुए बग़ैर न रह सके, लॉर्ड क्लाइव ने अपनी किताब “मोदी माई हीरो” में लिखा है कि “मैंने ऐसा वीर बालक देखा ही नहीं”।

तब मोदी जी रानी लक्ष्मीबाई की सेना के दाएं और बाएं दोनों भागों का एक साथ संचालन कर रहे थे।

और मैं भारत हूं, संघ का इतिहास लिखता रहा।।

Mohammed Seemab Zaman सर की पोस्ट से प्रेरित।।

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Some of the comments on the Post

Kamal Siddiqui वाह बहुत ही शानदार “और मै इतिहास लिखता हूं, मै भारत हूं संघ का इतिहास लिखता हूं”

चौधरी सर सर एक बात सोचने वाली है जब मिस्र में 5000 साल पुरानी मूर्तियां निकल रही हैं तब भारत में राम श्री कृष्ण आदि की इससे पुरानी मूर्तियां क्यों नहीं निकल रही

Islam Hussain यह बड़प्पन है…बस यही नहीं कहा, अहम् ब्रह्मा 😘

  • Mohammed Seemab Zaman बस अब यही “अहम् ब्रह्मा” बचा है इतिहास लिखने मे।

Shagufta Chauhan बहोत खूब। ये अब तक का सबसे लाजवाब कर देने वाला और सबसे ज्यादा सच्चा पोस्ट है। यही सच है जहां तक हर कोई नही पहुंच सकता।

Jamshed Jamshed एक चीज़ रह गई कि…”सबसे पहले मैंने बिग बैंग का धमाका किया और सृष्टि की उत्पत्ति की…”

Sanjay Nagtilak इराणी ग्रंथ अवेस्ता और बौद्ध ग्रंथ त्रिपिटक का ट्रास्लेशन करने वाले हम ही थे फिर भी दुनिया को कहा संस्कृत प्राचीन भाषा हैं….सोमनाथ मंदिर के पहले वहा कुछ ओर था ( बौद्ध मठ ) उसपर हमने कब्जा किया और दुनिया को बताया की सबसे पुरातन धर्म हमारा हैं.स्वयं को मैं कभी सनातन कहता हूं, तो कभी वैदिक, तो कभी आर्य, तो कभी हिंदू … गुरूकुल में पढने वाले हम भिक्खू संघ को बदनाम करने के लिए संघटन के नाम में संघ शब्द का प्रयोग करते हैं….दुनिया हमे जानती तक नहीं, ना दुनिया को हमारे दर्शन की जानकारी हैं… फिर भी हम स्वयं को विश्वगुरू कहते हैं.


Salimuddin Ansari
بہت ہی شاندار اور لاجواب مضمون – شکریہ جناب –

Ubaid Ulrehman लाजवाब.

Nayab Farhat Afaque ग़ज़ब

Aheer S. K. Yadav Wonderful sir..