FB Post of 7th April 2021

हमारे गुजरात मॉडल के प्रिय हिन्दु सम्राट आदरणिय मोदी जी ने कल आखरी बिगुल बजा ही दिया यह कह कर के दीदी (शाणडलये ब्राह्मण) ने मुसलमानो को एक होने को कहा मगर हम एक बनिया जिस के ख़ून मे व्यापार है वह अगर हिन्दु को एक होने को कहता तो दुनिया मे हंगामा हो जाता।

कल हम ने “राफेल दी महाबली” के पोस्ट पर लिखा था मोदी जी डेढ सयाने (१.५) हैं। देखये मोदी जी ने भारत रत्न पूर्व राष्ट्रपति प्रनव मुखर्जी से हाथ पकड कर दिल्ली में चलना सिखा, जो बंगाल के ब्राह्मण थे मगर वह भारत या बंगाल मे हिन्दु को मुस्लिम के खेलाफ एक नही कर सके मगर दो बनिया मोदी-शाह की जोडी ने बंगाल से बिगुल बजा दिया।

इसी बंगाल के दो सौ किलो मीटर पर चीन गॉव बसा रहा है, ब्राह्मपुत्रा का पानी सूख रहा है, अफ्रिका से निकाले जा रहे हैं, सऊदी अरब सब्सिडाईज तेल नही दे रहा है, एशिया मे चीन की दिवार (बेल्ट और रोड) बना रहा है, मगर सब ब्राह्मण या बहुसंख्यक चुप है।

अंतोगत्वा, मोदी जी ने आज चितपावनी की बात खुले सभा मे “हिन्दु जो सोया था उस को जगा दिया”। मोदी जी आप ज़िंदा रहिये, आप का दाढी-बाल सलामत रहे , जबतक की सारे मौलवी साहब लोग का नाक-कान न कट जाये।

अभी तो डर से बहुत कुछ मुँह से आग निकलना बाकी है।मुसलमानो के लिये नीचे Ambika Singh साहेबा का एक पुराना शेर नजर है:
“ज़ब्त का तक़ाज़ा है ख़ामोशी मे गुजर हो जाये
दर्द ज़िद पर है दुनिया को खबर हो जाये
रगो मे गरदीश करता हर क़तरा लहू का
आज कल रक़से रवॉ है कि तेरी नज़र हो जाये”