16 April 2023
सत्यपाल मलिक संघ की सरकार मे तीन राज्यों जम्मू और कश्मीर, गोवा और मेघालय के राज्यपाल अगस्त 2018 से अक्टूबर 2022 तक रहे क्योकि यह “लोहियाईट संघी” हैं।
*यह जाट के संघी नेता हैं जिन्होने जाट का पूरा वोट 2014 के चुनाव मे बीजेपी को देलवाया और राज्यपाल बना दिये गये।इन्होने अपने साक्षात्कार मे जो भी कहा वह हम आप सब पहले से जानते हैं, कोई नई बात नही कही।पुलवामा मे पहली बार सैनिक नही मरे हैं, इस के पहले भी कांग्रेस काल मे नार्थ ईस्ट मे अलगाववादियों द्वारा सैनिक की ट्रेन जला दी जाती थी या उलट दी जाती थी।
*इन्होने अदानी के 20,000 करोड रूपया ($3 billion) को बडी घटना बताया है जो #झूठ है।यह कहॉ थे जब पिछले दस साल मे 15 सरकारी बैंक का सैकडो बिलियन डालर NPA हो गया और सब बैंक ख़त्म हो गया।आज केवल 12 सरकारी बैंक बचा है।ऐसा ऐसा 20,000 करोड माल्या, नीरव, अनील वगैरह सब पचा गये।
*इन के राज्यपाल के कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया जिस को यह सही ठहराते हैं, मगर यह नही बोले कि इस 370 हटने के कारण चीन गलवान मे आ गया और अब अरूनाचल का नाम पता बदल कर अखण्ड चीन कह रहा है।इमरान खान के कार्यकाल की दो घटना एतिहासिक है, पहला चीन को गलवान मे करोना कालखण्ड मे घुसपैठ करवाना, अरूनाचल का नाम पता बदलवाना और दूसरा फॉल ऑफ काबूल।
*सत्यपाल मलिक अपने पूरे साक्षात्कार मे एक व्यक्ति विशेष को टारगेट करते हैं।राम माधव का नाम लिया जिन का नार्थ ईस्ट का वीडियो पहले से बाजार मे मौजूद है।”मत मारी वाली…” बात को अन्त मे डर कर वापिस ले लिया।
*ऐलानिया कहा कि “हम को कोई नही मारे गा, मेरा बहुत बडा समाज है, हम आज भी हर महीना दस सभा करते हैं” यानि हम जाट के बहुत बडे संघीतकार नेता हैं, हम जाटों का वोट बीजेपी को ट्रासंफर फिर करा देने की क्षमता रखते हैं।
#नोट: वन्स मोर अमृतकाल, जब तक कि चाय मे #चीनी की चाशनी न लग जाऐ।फिर सुन्दर भारत बने गा, जय अल हिन्द।