Post of 28th July 2023

आज Anish Akhtar साहेब ने @RT_Hindi के हवाले से एक पोस्ट किया कि भारत के विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने संघ के केंद्र सरकार से अपील की है कि दोनों देशों के संबंधों में लंबे राजनयिक गतिरोध के बावजूद पाकिस्तान के साथ आर्थिक संबंध बहाल करने पर विचार किया जाना चाहिए।

मंगलवार को दोनों सदनों में भारत के “पड़ोसी प्रथम नीति” विषय पर पेश की गई रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान-भारत के बीच सांस्कृतिक समानताओं और सभ्यताओं के कारण व्यापक संपर्क की दिशा में काम करना चाहिए।

हम ने दो साल पहले गलवान तथा अरूनाचल मे चीन के विस्तारवादी होने के बाद लिखा था कि संघ की सरकार को चीन का तुष्टिकरण रास नही आया और अब भारत को पाकिस्तान से मजबूरन दोस्ती करनी होगी।यही बात अब संसदीय समिति केन्द्र सरकार को सलाह दे रही है।

#नोट: आज खबर आई है कि संघ सौ साल बाद अब शाखा मे “बांस की लाठी” नही पटके गा।अभी चीन के विस्तारवादी होने के बाद संघ के लाठी से हम लोगो को बहुत उमीद थी मगर संघ इस साल दशहरा समारोह से लाठी पटकना बंद करने को सोंच रहा है।यह बहुत दु:खद समाचार है।