Post of 15th September 2021
है राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़
अहल-ए-नज़र समझते हैं इस को इमाम-ए-हिन्द” (ईक़बाल)
कितने शरम की बात है यही प्रवासी हिन्दु आज तीस (30) साल से राम जी के आस्था के नाम पर हिन्दुत्वा के लिये अमेरिका से करोड़ों डौलर हिन्दुस्तान भेज रहे थे और आज यही बूद्धिजिवी वहॉ 53 विश्वविघालयों मे “दुनिया मे हिन्दुत्वा को ख़त्म” करने का तीन दिन का समारोह कर दिया।लानत है बुद्धिजीवीयो के सोंच और कांफ्रेंस पर।
दुनिया मे हिन्दुस्तानी प्रवासी को ऐसा क्या डर समा गया अमेरिका के “नमस्ते ट्र्म्प” के 6 जनवरी 2021 को संसद मे विद्रोह देख कर? मुस्लिम पर तो 9/11 के बाद बहुत क़हर बरपा किया अमेरिका और यूरोप के लोगो ने।शाह रूख खॉन या दूसरे लोगो का अमेरिका मे पैंट उतरवा कर सुरक्षा जॉच होता था और बहुत से को तो एयरपोर्ट से वापस लौटा दिया गया।
अमेरिका या यूरोप मे तो सब से ज्यादा पढे लिखे (highly qualified) अल्पसंख्यक मुसलमान थे और हैं, मगर 9/11 के बाद बहुत नोकसान उठाया मगर आज तक कोई मुस्लिम ने डिसमेंटल गलोबल इसलामाईज़ेशन कांफ्रेंस नही किया।
वजह है हिन्दुस्तान के प्रवासी को अमेरिका और यूरोप के लोगो ने 1989 मे रूस के टूटने के बाद, कुऑ का मेढक समझ कर “दिल का अंधा” बना दिया और यह “हिन्दुत्वा का झंडा” अमेरिका मे लगे फहराने।आठ साल मे संघ के सरकार के कारण नासमझी मे यह बराक ओबामा और ट्र्म्प के बहकावे मे आ कर अमेरिकी संसद मे हिन्दुस्तान का झंडा ले गये।
नीचे दो तसवीर देखये गा, जिस के डर का नतीजा हुआ इन लोगो को यह कांफ्रेंस करना पडा।अभी तो राम जी का मंदिर बना भी नही मगर हिन्दुत्वा डिसमेंटल होने लगा। इस कांफ्रेंस से हिन्दु धर्म को न फायदा हो गा न ही नोकसान मगर अफसोस है कि हिन्दुस्तान को बहुत घाटा हुआ और हो गा।
“ये हिन्दियों की फ़िक्र-ए-फ़लक-रस का है असर
रिफ़अत में आसमाँ से भी ऊँचा है बाम-ए-हिन्द” (ईक़बाल)
Joseph Biden said Islam is a peaceful religion. Biden proposed a meeting with Xi Jinping, but Chinese leader rejected the request. Oil extends rally.
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Some of the comments on the Post.
Parmod Pahwa हमने सुबह ही इस विषय पर लिखा था और लगता है कि तीन साल पहले जाहिर की गई आशंका सच होने जा रही हैhttps://www.facebook.com/100023309529257/posts/1003808200406155/?app=fbl
- Mohammed Seemab Zamanमेंढक को समझ मे ही नही आया किस ने किस को बेवक़ूफ़ बना दिया? पैनिक मे आकर यह लोगो ने यह कांफ्रेंस कर खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली। क्या जरूरत था यह करने का क्या White Supremacist इन को गले लगा लें गें?
- Parmod Pahwa Mohammed Seemab Zaman सर ये अगले इंडो फोबिया की ग्राउंड बनाई जा रही है बेशक गलत हो लेकिन रेकॉर्ड में तो आ गई।Islamophobia के बाद कोई तो दुश्मन चाहिए ? वैसे भी इंडिया की आबादी total मुस्लिम आबादी के लगभग बराबर हैं और पूरी दुनिया में फैले हुए हैं।इसके लपेटे में इंडियन मुस्लिम भी आएंगे सिर्फ सिख कम्युनिटी बच सकती हैं या तमिल
- Mohammed Seemab Zaman Parmod Pahwa साहेब, आप ने बिल्कुल सही लिखा इस मे इंडियन मुस्लिम भी लपेट मे आयें गें। अभी ही आने लगे, यही वजह है हम ने लिखा है हिन्दुस्तान को घाटा हो गा।सिख क़ौम तो किसान आंदोलन से दुनिया मे हमदर्दी पा ली।