Post Of 15th November 2020
आज आठ (8) साल के नेगोशियशन के बाद आसियान (ASEAN) देश और चीन, जापान, साऊथ कोरिया, औस्ट्रलिया, न्यूज़ीलैंड ने दुनिया का सब से बडा फ़्री ट्रेड समझौता किया। अब अगले दो साल मे यह सभी 15 देश अपने देश के संसद से इस को रैटिफाई (पास) करे गें। 2017 मे ट्र्म्प ने अमेरिका फ़र्स्ट कर के अमेरिका को इस समझौता से इंकार कर के बाहर हो गये और हम लोगो ने 2019 मे इंकार कर दिया।
यह फ़्री ट्रेड डील यूरोप के 27 देश के यूरोपियन यूनियन और अरब के यूऐई के तरह है मगर यह 15 देश दुनिया के अर्थव्यवस्था का 30% का योगदान देते हैं।हमारा भारत मोगल के बादशाह शाहजहॉ के समय दुनिया के अर्थव्यवस्था का अकेले 30% योगदान देता था।
यह ट्र्ड डिल मे चीन सब से बडा भागीदार है।बेल्ट और रोड (BRI) के बाद यह चीन के लिये और बेल्ट और रोड के भागीदार देशो के लिये बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है।
अगले साल दूसरे देश जो बेल्ट और रोड मे हैं जैसे पाकिस्तान, उज़बेकिसतान के भी शामिल होने की बात कही जा रही है। मगर राष्ट्रपति बाईडेन के लिये इस मे दोबारा शामिल होना आसान नही है क्योकि ट्र्म्प ने सरकारी तौर पर दस्तखत कर के अमेरिका को इस से बाहर निकाल लिया है जब के भारत के लिये अभी भी गुंजाईश है।