Post of 26th November 2022

यह हैं, इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी जो कह रही हैं कि फ़्रांस अफ़्रीका के देश को लूट कर बरबाद कर दिया और मानवाधिकार का नारा लगाता है।

मेलोनी कह रही हैं फ़्रांस में यूरो (Euro) करेंसी चलती है मगर यह अपना पुराना नोट Frank CFA अफ़्रीका के पश्चिमी देश माली, निजेर, सेंट्रल अफ़्रीका, बुर्कीना फासो वग़ैरह में आज भी चला रहा है और अपने देश में वहाँ की दौलत लूट कर ला रहा है।

मेलोनी कहती हैं मैकरोन मानवाधिकार और फ़्रीडम ऑफ स्पीच का नारा देता है मगर बुर्कीना फासो के बच्चों को सोना के खान में काम करवाता है और आधा सोना वहाँ से पेरिस ले आता है।कहॉ गया फ़्रांस का मानवाधिकार?

पश्चिमी अफ़्रीका के देशों से यूरेनियम (Uranium) लूट कर अपने यहॉ 60 बिजली घर चलाता है और 20 Nuclear Submarine रखता है, जब कि 68 करोड़ लोगों के पास अफ़्रीका मे बिजली नहीं है।

जानते हैं मेलोनी क्यों मैकरोन को कोस रही हैं, क्योंकि अफ़्रीका में रूस, तुर्की और यूएई ने यूरोप के सभी देशों जैसे, स्पेन, इटली, ब्रिटेन वग़ैरह सब को फ़्रांस के कारण निजेर, चाड, माली, लिबिया, टूनिशिया, बुर्कीना फासो वग़ैरह से पिछले चार साल में भगा दिया है और अब इटली या दूसरे देशों को तेल, गैस, कोयला और यूरेनियम मिलना बंद हो गया है तो यह फ़्रांस को खुल कर बुरा कहने लगीं।

#नोट: दुनिया का तो वर्ल्ड ऑर्डर ओबामा और ट्रम्प बदल कर चले गये मगर अब रूस-यूक्रेन की लड़ाई ने यूरोप को 1973 से बड़े ऊर्जा संकट में डाल दिया है।कल की ख़बर है कि अब फ़्रांस उज़बेकिस्तान और कज़ाखस्तान से यूरेनियम और गैस के लिए दोस्ती बढ़ाना शुरू कर दिया है मगर वहाँ पहले से तुर्की के अरदोगान Organisation of Turkic States (OTS) बना कर बैठे हैं।

सब्र किजीए बहुत जल्द बदली दुनिया हम और आप सब लोग देखें गे।