Post of 1st July 2023

भारत के आज़ादी का यह अमृत काल है और संघ के सरकार का नौवॉ साल है मगर अब तक पूरे देश में गौ-माता के वध पर प्रतिबंध का कोई क़ानून सरकार ने संसद मे पास नहीं किया।

हम आशा करते हैं कि संघ की सरकार “समान नागरिक संहिता” (UCC) के साथ साथ पूरे देश मे “समान पशुवध प्रतिबंध क़ानून” पारित कर नागरिक के साथ साथ पूजनीय गौ-माता के साथ भी न्याय करे गी।

यह बहुत दुःखद है कि प्रधानमंत्री मिस्र से अपने प्राचीन संबंधी फातिमीद/बोहरा समाज से मिल कर आने के बाद भोपाल मे “यूनिफ़ॉर्म सिविल कोड (UCC)” लागू करने की बात किया मगर मिस्र के प्राचीन सभ्यता में गौ-माता के बध की परम्परा को ही भारत में रहने दिया।

प्राचीन मिस्र में मंदिर के पुजारी लोग गौवध कर भगवान को चढ़ाते थे।नीचे तस्वीर देखे।

यह ख़ुशी की बात है कि संघ की सरकार भी अपने मिस्र की प्राचीन सभ्यता और परम्परा को भारत में गौवध कर याद रखना चाहती है और उस पर प्रतिबंध नहीं लगा रही है। जय मिस्र।
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Some comments on the post

Faisal Mohammad Ali पूर्व क़ानून मंत्री तो ख़ुद के खाने की बात करते थे.

  • Mohammed Seemab Zaman, Faisal Mohammad Ali साहेब, आप हम को बताईये इस सरकार मे यह दोहरा कानून क्यो है?, कुछ मंत्री खायें और कुछ मंत्री के राज्य मे प्रतिबंध हो। सब लोग खाये या पूरे देश मे गौवध पर बैन हो।

Reyaz Ahmad Khan मेरे मन की बात और काम की बात!पूर्ण सहमत।लेकिन मुसलमान विरोध करने से बाज़ आएंगे नहीं, और वही वो चाहते हैं कि मुसलमान विरोध करें ताकि उनकी राजनीति चमके😊

  • Mohammed Seemab Zaman मुस्लमान का तो आदत है दरी बिछाने की, तो ज़ाहिर है विरोध करे गा। तीन तलाक़ का हशर नही देखा, आज तक लागू नही हुआ क्योकि मुस्लिम मे विरोध नही किया।

Dr-Asif Masood पूरे देश में गाय ,भैंस,बकरा,मुर्गा की हत्या बंद हो तमाम बूचड़ खाने बंद हों,एक देश एक कानून नाफिज हो,जिसको साग सब्जी खाना हो वो रहे नहीं तो उस पार निकल जाय।आप की पोस्ट की पूरी ताईद करता हूं।

  • Mohammed Seemab Zaman यही मेरा कहना है पूरे देश मे एक कानून गौवध पर होना चाहिये। यह क्यो कि कुछ लोग देश मे गौ-माता को खाये और कुछ लोग नही खाये। पूरे देश मे एक कानून UCC के तरह गौ-माता पर लागू होना चाहिये।सब को बंद करो या सब को खाने दो।