Post of 26th December 2021
दुनिया मे मिस्र ही एक वाहिद मूल्क है जहॉ जमीन और समुंदर दोनो जगह मे हजारो मूर्ती और पत्थर पर गढ़े ग्रंथ मिलते हैं मगर हमारे भारत मे कोई भी चीज़ आप को गौतम बुद्ध या अशोक के पहले का नही मिले गा।
भारत मे कोई मंदिर 700 AD या 1200 AD के पहले का नही मिले गा मगर मिस्र मे 4500 से 7000 साल पूरानी शिव जी की मूर्ती या सूर्य नारायण का मंदिर मिले गा।
हम लोग राम जी के नाम पर बाबरी कॉड कर देते हैं मगर आज तक ब्राह्मण रावण की कोई “मूर्ती या सर” न श्रीलंका के समुंदर मे मिला न श्रीलंका या भारत के जमीन के खोदाई मे मिला।
फिर भी हम लोग को रोज़ बताया जाता है, हम प्राचीन सभ्यता हैं और 25 दिसंबर को तुलसी दिवस मनाते थे।मगर कोई प्राचीन पत्थर पर तुलसी का पेड नही मिले गा।
मिस्र मे सिकंदरीया शहर के समुंदर मे “अंख डायनेस्टी” के डूबे शहर मे हजारो साल पूराना मोजस्समा (मूर्ती), ज़ेवर आदि सही सलामत आज भी मिल रहा है मगर भारत मे झूठ बोला जाता है कि मुठ्ठी भर लोग आकर सब को मिटा दिया। मिस्र मे तो तीन धर्म आया तो क्यो नही मिटा दिया पूरानी सभ्यता?
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एक हमारे गौतम बुद्ध, अशोक, शेर शाह की धरती बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री माँझी जी हैं जो आज तक ब्राह्मण को अपशब्द बोल कर भोज देकर पश्चात्ताप कर रहे हैं।लिखते हैं “जो पंडित ब्राह्मण चोरी-डकैती नही की हो” मगर इन के जाति का लोग दूसरे का जमीन कब्जा कर ले, मंदिर बना ले वह ठीक है मगर ब्राह्मण चोरी कर के मंदिर न बनाये। (मेरे चचा की जमीन माँझी जी के जाति का लोग कब्जा कर मंदिर बना कर पटना मे बैठा है)
कितने शर्म की बात है आज चीन महाशक्ति हो गया और मुर्ग़ा खा कर दारू पी कर हमारे सीमा पर नाच रहा है।जहॉ ब्राह्मण हिन्दु एकता की बात कर रहे हैं वहॉ माँझी जी ब्राह्मण जाति के लोगो को ल्लकार रहे हैं।
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Some of the comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman आज तक भारत मे रावण का कोई सर या चीज नही मिला और न हमारे सिता मैय्या की कोई अँगूठी या गहना-ज़ेवर मिला मगर हम लोग कहते रहते हैं कि प्राचीन सभ्यता हैं। जरूरत है कि हम लोग शोध करे और खोदाई करे और झूठ बोलना बंद करे कि मुठ्ठी भर लोग आ कर पादोभ्रांत करते रहे।सवाल यह है कि मुठ्ठी भर लोग तो यूरोप या अरब से आकर मिस्र सभ्यता या मिस्रवासियो को क्यो नही पादोभ्रांत किया? वहॉ तो हर चीज़ खोजी जा रही है और सही सलामत मिल रहा है और म्यूज़ियम बना कर रखा जा रहा है।
- Zaheda Parween bhai itna kadwa bolte hain.
Salimuddin Ansari आप की पोस्ट को शिअर किया उस पर एक साहब मेरे वाल में लिखा, मुस्लिम शासकों ने सारी निशानी मिटा कर मस्जिद बना दिया।
- Mohammed Seemab Zaman उन से पूछये मुस्लिम के पास उस वक्त ऐसी टेकनौलोजी थी के हजारो भगवान और देवी देवता के मूर्ती और मंदिर को crush कर बालू बना दिया। मगर मिस्र मे यह सब को बचा कर रख रहे हैं। उस को कहिये राषट्रपति नासीर ने आसवान डैम बनाया तो पूरानी मंदिर मिला तो उस को उस वक्त $1 billion ख़र्च कर बचा कर दूसरे जगह उसी हालत मे आज खडा किये हुआ है मगर भारत मे मस्जिद बना दिया।
Sanjay Nagtilak सब कुछ कल्पना की उडाना हैं। जो इनके धर्मग्रंथों में लिखा हैं वो ना जमीन पर मिलेगा, ना जमीन के आंदर मिलेगा.एक मूर्गा खाने वाला बकरा खाने वाले को आछूत कहेगा तो मांझी जी को गुस्सा काहे नहीं आएगा, उन्होंने आमंत्रण दिया हैं. पता नहीं कितने मनु, द्रोण के शिष्य खाना खाने जाते हैं?
- Mohammed Seemab Zamanहॉ यह सही है बहुत से हिन्दु ब्राह्मण या शिष्य खाना खाने जाते हैं, तो क्या आप ऐसे लिखये गा।माँझी जी को क्यो ग़ुस्सा आये गा? क्यो नही अमबेदकर के तरह धर्म परिवर्तन कर लिया और ब्राह्मण पत्नी भी रख लिया। देखये यह सब राजनीति हे जिस कारण एसे नेता पैदा होते थे और होते रहें गें।
Sahid Mallick एक उड़ीसा का पंडा मेरे साथ उसने बोला सनातन में मंदिर और मूर्ति पूजा का कोई कॉन्सेप्ट नहीं था पर जब हिन्दू सनातन छोड़ने लगा और धर्म का बात नहीं मानता था तो मंदिर बनाकर पूजा स्टार्ट किया गया और लोगों को समझाया गया ये भगवान हैउस समय लोग पढ़ा लिखा नहीं था ईसलिए सब लोग समझ भी गए
- Mohammed Seemab Zaman वह सही नही बोला है। हम को सनातन घर्म क्या है अभी तक समझ मे नही आया। अपने को कभी हिन्दु बोलते है, कभी भगवान राम का पुजारी बोलते हैं, तो कभी गणेश जी की बात करते हैं। क्या यह सनातन धर्म के भगवान नही है?