Post of 30 September 2023
#तीस (30) साल बाद मंगलवार 19 सितंबर को अज़रबाइजान ने 24 घंटा मे नगोरनो-कराबाख को अपने क़ब्ज़ा में ले लिया। खबर है कि काराबाख के 80% आबादी आर्मेनिया की ओर तीस साल बाद उसी तरह से पलायन कर रही है जैसे 1992 मे आर्मेनिया ने काराबाख क़ब्ज़ा कर 40 हज़ार से अधिक अज़री लोगों को काराबाख से पलायन करवाया था जो आज तक आईजरबाइजान के शरणार्थी कैम्प मे रह रहे हैं।
#कल जर्मनी के चांसलर ओलाफ शुल्ज़ ने सेंट्रल एशिया के पॉच देश कज़ाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के नेताओं की मेजबानी किया क्योंकि यह देश जियोपौलिटिक्स तथा जियोएकोनौमिक्स में एक केंद्र बिंदु के रूप में उभर रहे हैं।इस बैठक को “ऐतिहासिक” कहा, क्योंकि जर्मनी सेंट्रल एशिया के देशों को यूरोप मे “Middle Corridor” बनाने तथा क्षेत्रीय और आर्थिक सहयोग को मजबूत करने के लिए ऊर्जा, कृषि, परिवहन आदि क्षेत्रों पर आपसी सहयोग पर हस्ताक्षर किया।
#चीन का बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) ने सेंट्रल एशिया और मिडिल ईस्ट के अरब देशों मे दोस्ती का नया आयाम तथा आर्थिक गतिशीलता को नया आकार दे दिया है।कल सऊदी अरब और चीन ने आधुनिक परिवहन क्षेत्रों मे Digitisation of highways, Smart shipping, Intelligent ports, पर एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
#Note: भारत को कश्मीर को बलूचिस्तान से जोड़ कर नहीं देखना होगा और न अब आर्मेनिया के विदेशमंत्री से न्यूयार्क में मिलने से कोई फ़ायदा है।अंततोगत्वा आर्मेनिया अज़रबाइजान और तुर्की से दोस्ती करें गा और निकचावन कोरिडोर बने गा।
*अफ़्रीका के देश बुर्किना फासो, माली, निजेर, चाड आदि देश अब फ़्रांस के हाथ से निकल कर मिडिल ईस्ट तथा तुर्की से आर्थिक और सैन्य सहयोग करें दें तथा सुडान, जिबूटी, इथियोपिया या मिस्र कोई तुर्की या सऊदी अरब के खिलाफ कभी भी नहीं जाये गा।
*भारत अमेरिका-कनाडा के एकजुटता की ताकत को कम करके आंका रहा है है।दोनों देश आर्थिक, साइंटिफिक, सुरक्षा और खुफिया सहयोगी होने के साथ-साथ पड़ोसी भी हैं।
भारत एक ऐतिहासिक देश है, 1878 के बाद बदली दुनिया को समझते हुए भारत को अपनी विदेशनीति को पुन: नया आयाम देना होगा। विदेश नीति और गृह नीति एक दूसरे को compliment करते है।अपने को ग़लत आकलन कर भारत भविष्य में दुनिया मे अकेला देश हो जाये गा। भारत को हर हाल में अपनी विदेश नीति की समीक्षा करने होगी, पाकिस्तान से दोस्ती करना होगा…..
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman इस पोस्ट को गौर से पढ़िये गा। हम दो दिन सोचने के बाद यह पोस्ट किया है। इस मे हम ने मणिपुर का तज़किरह नहीं किया है जबकि स्विट्ज़रलैंड मे दो सप्ताह पहले UNHCR के बैठक के बाद कैथोलिक लोगों की बैठक में मणिपुर को स्वायत्त राज्य की माँग उठ गया है।
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