Post of April 2019
“आह! फ़िलिस्तीन”
21वी सदी मे अमरिका के वैश्विक-शक्ति के पतन के मुख्य कारण मे मिडिल ईस्ट ख़ासकर फ़िलिस्तीन का नाम इतिहास मे हमेशा लिखा जाये गा।भले ही अभी दुनिया या अमेरिका माने या नही माने।
फ़िलिस्तीन पैग़म्बरो का घर और सरज़मीन रही है। इब्राहिम अलेहिसलाम ने फ़िलिस्तीन की तरफ हिजरत की और अललाह ने लूत (Lot) अलेहिसलाम को उस अजाब से नजात दी जो उन के क़ौम पर इस जगह नाज़िल हुआ था।
दाऊद (David) अलेहिसलाम जो पैग़म्बर सुलेमान (Solomon) अलेहिसलाम के सब से छोटे बेटा थे इसी ज़मीन पर बसे और संयुक्त बनी इस्राईल के साम्राज्य के वारिस बने।
सुलेमान (अ० स०) ने इसी मुल्क मे बैठ कर पुरी दुनिया पर हुकूमत करते थे। पैग़म्बर मुसा (Moses) अलेहिसलाम ने इस मुल्क के बारे मे अपने साथियों को कहा इस मोकदस शहर मे जाने को।
इसी शहर मे जकरिया (Zechariah) अलेहिसलाम का मेहराब है और इसी शहर मे मरियम (Mary) के पेट से ईसा (Jesus) अलेहिसलाम का जन्म हुआ और इसी शहर से अललाह ने उनको उठा लिया जब लोगो ने उन को क़त्ल करना चाहा।
दुनिया की पहली मसजिद, मसजिद हराम (खाने-क़ाबा), मक्का है दूसरी मसजिद-अकसा, जेरूसलम है और दोनो मे 40 साल का फ़ासला है और तीसरी मसजिद-नबवी, मदीना है।