Post of 11th July 2022
यह हम लोग सब जानते हैं कि हज़ारो साल से जापान के लोग अपने को मार्शल क़ौम समझते थे।उन को अपने मार्शल रेस का बहुत घमंड था और साऊथ ईस्ट मे कोरिया, चीन और दूसरो देशो मे तबाही मचाते रहे मगर द्वितीय विश्वयुद्ध (WWII) मे अमेरिका के हाथो हार गये।आज भी जापानी लोगो को इस का बहुत अफसोस और स्दमा है।अभी तक जापान का एक तबक़ा हमेशा अमेरिका के बरबादी का ख़्वाहिशमंद रहता है।
WWII के बाद अमेरिका का जापान के राजनीति मे बहुत दख़ल रहा है।आबे शिंज़ो यूनिटेरियन चर्च के मान्ने वाले क्रिस्चन थे।यूनिटेरियन चर्च ईसा एलैहिस्सलाम को प्रौफेट मानता है, दूसरो के तरह Trinity पर विश्वास नही करता है।
दूसरे विश्वयुद्ध के बाद जापान और साऊथ कोरिया मे यूनिटेरियन चर्च के लोग सत्ता पर हावी रहे हैं और उन को वेस्ट तथा अमेरिका का सपोर्ट मिलता रहा है।आबे एक दक्षिणपंथी नेता भी थे और जापान का Pacifist संविधान बदल कर सेना पर ज्यादा खर्च कर जापान को फिर एक पूराने मार्शल क़ौम की पहचान देना चाहते थे।
जापान की आबादी 12.5 करोड है और अब विदेशी लोगो को भी नागरिकता देने लगा है ताकि भविष्य मे आबादी बढे और चीन के बढते शक्ति का मोक़ाबला कर सकें।कहा जाता है कि आबे शिंज़ो को ट्रम्प द्वारा बनाये न्यूक्लीयर पंडूब्बी योजना (AUKUS) मे शामिल नही किये जाने का बहुत अफसोस था।
आज आबे शिंज़ो की LDP पार्टी दो-तेहाई बहुमत से चुनाव जीत गई और वर्तमान प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा है कि वह अमेरिका द्वारा थोपे 1947 मे “शांतिवादी संविधान” को बदल दे गें।आज चीन ने चुनाव के जीत पर तीखी प्रतिक्रिया किया है।
ओबामा ने अरब स्प्रिंग कर और ट्रम्प ने अमेरिका फ़र्स्ट बोल कर दुनिया बदल कर चले गये।कोरोना के बाद रूस-यूक्रेन की लडाई ने जिओपौलिटिक्स को बहुत तेज़ी से बदल दिया।
मेरा मानना है कि आबे की हत्या का मुख्य कारण संविधान संशोधन ही रहा है, मगर किस ने किया यह राज़ ही रहे गा।
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Post of 8th July 2022
FORMER JAPANESE PM ABE SHINZO CONFIRMED SHOT DEAD
जापान के पूर्व प्रधानमंत्री आबे शिंज़ो को किसी लडके ने गोली मार दिया और वह मृत्य घोषित कर दिये गये। बहुत अफसोस।
आबे राजनीतिज्ञों के खानदान से थे।इन के पिता तीस साल सांसद रहे और विदेश मंत्री भी रहे थे।आबे के दादा 1957-60 तक जापान के प्रघानमंत्री थे।आबे शिंज़ो पहली बार 1993 मे सासंद बने।
आबे शिंज़ो पहली बार 2006 मे प्रधानमंत्री बने और दूसरी बार 2012 मे प्रधानमंत्री बने मगर स्वास्थ के कारण 2020 में त्यागपत्र दे दिया था। यह जापान के “longest serving” प्रधानमंत्री रहे।
आज यह अपने पार्टी के लिए नारा शहर मे चुनाव प्रचार कर रहे थे तो किसी लडके ने इन के गर्दन मे गोली मार कर हत्या कर दिया।
आबे दक्षिणपंथी विचार धारा के पोलिटिशियन थे और यह “Abenomics” के लिए मशहूर थे।यह जापान के सेना के प्रतिबंध को ख़त्म करने और आधुनिक हथियार बनाने के बिल लाकर संशोधन के पक्ष मे थे। चीन के खेलाफ भी थे मगर दोस्ती भी करते रहे।
मेरा कई पोस्ट आबे शिंज़ो पर है।