Post of 24 November 2024
दो दिन पहले Arvind Srivastva साहेब के अदानी पर न्यूयार्क ज़िला न्यायाधीश के फ़ैसले पर मेरा कॉमेंट था:
*अदानी को कुछ नही होगा।अदानी की कम्पनी Adani Green की अमेरिकन कम्पनी Azure Power जो NYSE में सूचीबद्ध है ने बहुत छोटी रक़म $150 million Bond के रूप मे अमेरिका से क़र्ज़ उठाया था।अदानी का कोई बिज़नेस अमेरिका मे नहीं है, बहुत होगा तो New York Security Exchange Board इस को de-list या ज़ब्त कर दे गा।
*अदानी बहुत बड़े बिज़नेस मैन भारत मे होगें मगर अमेरिका में इन के जैसे बड़े-बडे सैकड़ों लोग हैं। भारत का कुल market capitalisation तक़रीबन $3.5 trillion हैं, सऊदी अरब का $3 trillion और दुबई का $1 trillion है।
जबकि अमेरिका मे तीन-चार कम्पनीयॉ Apple, Microsoft, Nvidia वग़ैरह ऐसी हैं जिस का अकेले capitalisation $3 trillion से ज़्यादा है।ट्रम्प अदानी का कोई संज्ञान नहीं लेगा क्योंकि अदानी से तीन गुणा ज़्यादा ($350B) अमीर एक कम्पनी Tesla के मालिक Elon Musk हैं जो आजकल ट्रम्प के ऑंख के नूर बने हैं।
*अमेरिका से भारत का $25B का ट्रेड़ होता है जबकि चीन से $110B से ज़्यादा का ट्रेड होता है।भारत सरकार अमेरिका के सामान पर Excise Duty/Tariffs थोड़ा कम कर सकता है, मगर zero नही होगा वरना यहॉ agriculture बर्बाद हो जाये गा।
*वर्तमान सरकार को दस साल मे अमेरिका सराकर से कुछ नहीं मिला, और न आगे बहुत कुछ मिले गा।हम हमेशा लिखते हैं यह सराकर भारत का इतिहास-भूगोल भूल गई है।मगर जब मेलेट्री बेस देने के बात होगी तो इतिहास-भूगोल याद आ जाये गा।इस वजह कर मेरा मान्ना है कि भारत मेलेट्री बेस जापान या फ़िलीपींस के तरह कभी नहीं देगा।
*ट्रम्प सब “घुसपैठियों” को निकाले गा, उस मे भारतीय घुसपैठियों को कोई preference नहीं मिले गा।हंगामा बहुत बड़ा होगा,अगर सब निकाले जाये गें तो भारतीय भी निकाले जायें गें।
#नोट: *अंततोगत्वा संघ की सरकार ने भारत को विश्वगुरु बना ही दिया।हमारा पड़ोसी देश चीन हम से नाम-पता बदलना सिख कर हमारे राज्य और 14 ज़िला का नाम-पता बदल दिया।
*घुसपैठीया और NRC का नारा हम लोग दिया मगर ट्रम्प हम से सीख लिया। ट्रम्प वही काम अब अमेरिकन फ़ौज लगा कर के अमेरिका मे Mexico, भारतीय तथा दूसरे घुसपैठियों को निकाले गा।
*हमारी न्यायपालिका मस्जिद पर “Divine Judgment” आस्था के नाम पर दे दिया और दे रहा है।अमेरिका हम से यह गुण सीख कर अदानी पर घुसखोरी का इलज़ाम लगा कर अपने ज़िला न्यायाधीश से घुसखोरी पाप है, Divine Judgment दे दिया।
#अदानी प्रकरण का भारतीय बिज़नेस पर बहुत बुरा असर पड़े गा।अब भारतीय कम्पनियों को विदेश से विदेशी मुद्रा ($) में लोन मिलना बहुत महँगा हो गा।अदानी कांड के बाद कल ही Vedanta के अनिल अग्रवाल ने विदेशी मुद्रा मे $1B के ऋण लेने की योजना को अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया।
(निचे, दो साल पुराना पोस्ट है, बिज़नेस मैन दाऊद इब्राहीम से लेकर अदानी तक)
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