8th October 2021 Post

“आज अगर जहांगीर रतनजी दादाभाय टाटा (JRD Tata) हम लोगो के बीच होते तो बहुत खुश होते कि हमारी ईमेज और प्रतिष्ठा पहले जैसे हो गई” रतन टाटा ने आज यह बात एयर इंडिया को 68 साल बाद सरकार से वापस ले कर कहा।

टाटा सन्स को बीजेपी की सरकार ने 18,000 करोड़ ($2.5 billion) मे एयर इंडिया को खुशी खुशी फ्री मे दे दिया। यह बीजेपी के सरकार की 370 हटाने के चीन के गलवान और अरूनाचल मे आने के बाद दूसरा बडा ज़ख़्म लगा है जो इतिहास मे याद रखा जाये गा।

1992 बाबरी कॉड के बाद संघीतकारो ने टाटा, गौदरेज, वाडिया, महेंद्रा, बिरला, अबदूल हमीद, प्रेमजी को किनारे लगा कर अपने समाज के उधोगपति को भारत का नया उधोगपति बनाना चाहा।मगर कोई एक भी टाटा, गौदरेज नही बन सका, क्योकि किसी मे टाटा, की तरह कोई “देश सेवा” करने की इच्छा शक्ति नही थी न है।सब नये उधोगपति नफरत फैला कर गर्व करने वाले भगोड़े निकले।

Jet Airways के नरेश गोयल जो एक ट्रेवल अजेनसी चलाते थे और दाऊद के एयरलाइंस को औने पौने ख़रीद कर जहाज के मालिक बन गये आज वह दो साल से बंद है।नरेश गोयल ने 1999 मे भारत का FDI का क़ानून बदलवा कर Tata को Airlines शुरू नही करने दिया। फिर जब अपनी Etihad से partnership की ज़रूरत हुई तो FDI क़ानून बदलवा दिया।East & West, Modi Luft, Sahara, Kingfisher, Jet Airways, Vayudoot, Pushpak खुला और बंद हो गया। किंगफ़िशर का विजय माल्या जो सांसद था लंदन मे आर्ती कर रहा है।

सऊदी अरब 1.5 करोड आबादी वाले देश सऊदी अरब मे अभी तीन ऐयरलाइंस है, Saudi Arabian, Flyadeal और Flynas है। अभी सऊदी अरब मे 5,530 km मे रेलवे और 450 km मक्का से मदीना हाईस्पीड ट्रेन है। आज Turkish Airlines रोज 1000 उड़ान भर रही है। Qatar Airways इस साल पैंडेमिक मे बेस्ट एयर लाईंस घोषित हुआ है।1992 के बाद Emirates और Etihad दुनिया मे दुबई और अबूधाबी की पहचान है।

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टाटा को सरकार ने 18,000 करोड मे मुफ्त मे स्पर्श योग्य संपत्ति (tangible assets) और भारतीय हवाई अड्डा पर 4,400 domestic and 1,800 international parking & landing slots तथा विदेश मे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा मे 900 slots अमूर्त संपत्ति (intangible assets) दे दिया क्योकि इन को आठ साल मे देश की सेवा करने वाला कोई भी हिन्दुत्वादी उधोगपति नही बन पाय या मिल पाया। अनील भीखारी हो गया और मुकेश दुबई मे तेल की नई कम्पनी लिस्ट कर रहे हैं क्योकि रिलायंस टूट कर दो कम्पनी हो गी।

सबर से काम लिजये, अभी तो बहुत कुछ इन के हाथ होना है “वन का गिदड जाये गा किधर”