सौ साल से संघ के बंद कमरे मे चंद लोगो के मंथन से अल्पसंख्यक को मोहरा बना कर देश मे दंगा फ़साद कर जीडीपी जलाया जाता रहा और भारत को मोगल काल से बडा विशवगुरू बनाने का झूठा सपना देखाया जाता रहा मगर विश्वगुरू चीन हो गया।
रूस के टूटने पर संघ के सोंच वाले बहुसंखयक समाज को धक्का लगा और मनोबल को बाबर की मस्जिद गिरा कर ज़िंदा रखा गया। 9/11 के बाद गोधरा कर गुजरात मॉडल बना कर फिर मनोबल गिरने नही दिया गया यानि नफरत फैला कर गर्व किया गया।
संघ ने भारत के सभी राजनीतिक पार्टी से गुजरात मॉडल पर सहमती प्राप्त कर 2014 मे सरकार बना लिया और अल्पसंख्यक, पाकिस्तान, कशमीर, गाय गोबर, लिंचींग, चीन तुष्टिकरण कर 370 & 35A हटा दिया।चीन गलवान, अरूनाचल, उत्तराखंड मे वसुधैव कुटुम्बकम हो गया।
चीन के बाद फॉल आफ काबूल से संघ के चिंतक और विचारक के पैर के नीचे से जमीन सरक गई जो partition करा कर सौ साल की सोंच ले कर चल रहे थे।यह याद रखिये गा जिस तरह से USSR का 1989-1990 मे टूटना 20वी सदी का एक बडा मोऐज्ज़ा था उस से बडा Fall of Kabul is unparalleled event in the Asian history है।
आसाम, सिद्दीक़ी साहेब या शाह रूख के बेटा के कॉड को पैदा कर संघ द्वारा अपने बहुसंखयक स्पोटर्स का फिर Morale High किया जा रहा है।मगर अब संघ के सरकार के सामने “उर्जा संकट” आ गया, जो पैंडेमिक के बाद अर्थव्यवस्था, स्टील और सीमेंट उद्योग के लिये बुरी खबर है।
बरबाद अर्थव्यवस्था, कशमीर, चीन द्वारा सिमा पर तनाव ने एयर इंडिया जो दुनिया मे भारत का Brand Image (ब्रांड रूपी सादृश्य) था उस को सरकार ने फ्री मे $2.5 billion मे टाटा को झक मार कर पैर पकड कर दे दिया।लोगो को याद होगा TATA ने अपना नया “T” Brand के लिये देश और विदेश मे billion डालर खर्च किया था।
सूना है, फॉल आफ काबूल के बाद बीजेपी हर जिले में निकाले गी अल्पसंख्यक विकास यात्रा जो जिले के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों से निकाली जाएगी।मुस्लिम समाज सतर्क रहें और इस यात्रा से अपने को दूर रखें।आप सटीये गा तो सिद्दीक़ी साहेब के तरह काटे जाईये गा और नही सटीये गा तो शाह रूख के तरह फँसाये जाये गें।
अभी बहुत कुछ होना बाकी है, एयर इंडिया के बाद भारत का दूसरा बडा ब्रांड LIC बिके गा जो टाटा का ही था।तबलिगी जमात, सिद्दीक़ी साहेब, शाह रूख खॉ, कशमीर और आसाम वगैरह के लोग सबर किजये फितना के सोंच से बडा बलवान समय होता है।