Post of 1st December 2023
अमेरिकी अखबार भारत-अमेरिका के दस साल के संबंध को टूटते और बिखरने की खबर छापने लगे।यानि दस साल के भारत की नई विदेश नीति (अमेरिका-यूरोप से दोस्ती) का जनाज़ा निकल गया।
खबर है कि अमेरिकी के Public Prosecutor ने भारत सरकार के एक अधिकारी पर न्यूयॉर्क शहर के कोर्ट में एक सिख कार्यकर्ता की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है।
प्रोसिक्यूटर का कहना है कि बाईडेन सरकार ने चीन का मुकाबला करने में भारत के साथ संबंधों को बढ़ावा दिया था और 22 जून 2023 को भारतीय प्रधानमंत्री को सरकारी मेहमान बनाया था। CIA ने 30 जून 2023 को हत्या के साज़िश के आरोप में निखिल गुप्ता को चेक (Czech) गणराज्य से पकड़ कर भारत-अमेरिका की दस साल की नई दोस्ती को असफल कर दिया।
इस हत्या की साज़िश ने, भविष्य मे अमेरिकी राष्ट्रपतियों के लिए भारत के नेता के साथ अपने संबंध को संतुलित करना बहुत जटिल कर दिया है।
इस खबर को हम विस्तार में लिखना नहीं चाहते हैं क्योंकि अमेरिका इस तरह का खेल दुनिया में हर देश के साथ खेलता है मगर हम लोगों की सौ साल की सोंच ने अमेरिका का तुष्टिकरण कर समझा था कि अमेरिका हम को दूसरा चीन बना दे गा।इस ग़लतफ़हमी को दूर करने के लिए हम बहुत दिन से समझा रहे थे मगर अंधे हो गये दिल को कुछ समझ में नहीं आ रहा था।
#नोट: चार दिन पहले उप राष्ट्रपति जगदीप धनकड साहेब ने सही कहा है कि सरकार ने “देश को उस रास्ते पर डाल दिया जिस पर हम सदैव देखना चाहते थे.” मेरा भी यही कहना है कि जो गत दस साल मे हुआ वह सही हुआ वरना यह अफ़सोस रह जाता की सौ साल की सोंच की सरकार नहीं बनी वरना हम विश्वगुरु हो जाते।