Post of 29 October 2022

सऊदी अरब के अलवलीद बिन तलाल जो ट्विटर के संस्थापक हैं, उन्होने एलोन मस्क के ट्विटर मे अपनी दूसरी बडी साझेदारी $1.89 billion को बरक़रार रखा है।

सऊदी अरब के Sovereign Funds की 16.9% की भागीदारी भी ट्विटर मे बनी रहे गी।सऊदी अरब का सॉवरेन फंड्स अभी $526.8 billion दुनिया मे निवेश किये हुआ है और अनुमान है कि उस की यह संपत्ति 2025 मे $1 trillion हो जाये गी।

दो दिन पहले सऊदी सॉवरेन फंड्स ने सुडान, बहरैन, जोर्डन, इराक़ तथा ओमान मे $24 billion इंफ़्रास्ट्रक्चर, दूरसंचार तथा हॉस्पिटल आदि सेक्टर मे निवेश करने की योजना का एलान किया है।

ट्विटर का एलोन मस्क द्वारा take over मे अलवलीद बिन तलाल के सहमति (consent) शामिल है।
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Some comments on the Post

Anish Akhtar शानदार मुझे पूरा यकीन था बिन तलाल इस पूरे गेम में शामिल है.

Adil Khan सऊदी अरब में वलीद बिन तलाल के एक इंटरव्यू का हिस्सा/किस्सा बहुत मशहूर है। अमेरिकन होस्ट ने पूछा – क्या आपको पता है कि आपकी कुल दौलत कितनी है ? तलाल – ये सवाल पूछे जाने से पहले की दौलत बताऊं या सवाल पूछे जाने के बाद की बताऊं। यानि बंदे के अकाउंट में हर सेकंड करोड़ों का ट्रांजेक्शन होता है।(ये कितना सच है मैं पुष्टि नहीं कर सकता लेकिन मुझे ये सवाल जवाब का किस्सा बेहद पसंद है, मैने वहां रहते हुए कई बार सुना था)

एम एम हयात फिर भी टि्वटर पर इतना इस्लामोफोबिक एजेंडा प्रसारित होता है

  • Seemab Akhtar, एम एम हयात paise se bada dharam koi nahi
  • Mohammed Seemab Zaman,एम एम हयात साहेब, सोशल मिडिया दुनिया को समझने का एक thermometer है। अब अखबार, टीवी, रेडीव से public opinion बनाने का जमाना ख़त्म हो जाये गा। अगर ट्विटर नही होता तो इस्लामोफोबिया नज़र नही आता। NRC, Shaheen Bagh, Nipur दूसरो को पता नही चलता जैसे 1935 के बाद का दंगा लोगो को कभी पता नही चलने दिया। कम लिखा है, सिर्फ हिंट दिया है, अब आप आगे सोंचये।हम अपने पोस्ट मे अकसर लिखते हैं “उलट-पलट कौमेंट नही किजये गा” इस की यही वजह है, जो आप के सवाल का जवाब है। I am the only person who has written this type of Advice.
  • Azaz Siddiqui, Mohammed Seemab Zaman सहमत sir,गुस्ताखी माफ़ लेकिन हयात साहेब का सवाल है कि तलाल साहेब बड़े शेयर होल्डर होने के बावजूद ट्विटर से इस्लामोफोबिया फैलता रहा दुनिया में. तो तलाल साहेब सिर्फ़ प्रॉफिट देख रहे थे, मुस्लिम समाज को नही. कितना साइकोलॉजिकल humiliation झेलना पड़ा उसी समाज को across the globe. मुझे ऐसा लगता है कि सिर्फ शेयर होल्डर होने से कोई फ़र्क या प्रेशर नही build up कर सकते, जब तक की टेक्नोलॉजी खुद की डेवलप न की हो. Controlling authority होना important होता है.
  • Mohammed Seemab Zaman, Azaz Siddiqui साहेब, तलाल को या दूसरों को इस्लामोफोबिया का पहले पता चलता था मगर सबूत नही मिलता था। अब ट्विटर से Written सबूत मिल रहा है, कोई यह नही कह सकता है हम ने नही कहा था। जिस वजह कर UNO मे 15 March anti-Islamophobia day (Christchurch Mosque Shooting, 15 March 2019) का एलान करने की मॉग हो रही है।
  • Azaz Siddiqui, Mohammed Seemab Zaman ok sir
  • Syed Asman Mustafa Kazmi, Mohammed Seemab Zaman सर लाजवाब कर दिया आज आपने आज मैं आपकी ज़हानत का और भी क़ायल हो गया हूं अल्लाह आपको सलामत रखे ,ये बहुत बड़ा सवाल था जो हर बार ज़हन में उठता था जिसका आपने बहुत लाॅजिकल जवाब दिया है यक़ीनन ट्वीटर फ़ेसबुक ने वो काम किया है जो ददुनिया भर के अखबार टीवी मिलकर नहीं कर सकते थे इस्लामोफ़ोबिक लोगों को पूरी दुनिया के सामने नंगा कर दिया है अब कैसे झूठ बोल सकते हैं कि हम ऐसे नहीं हैं.
  • Mohammad Ishteyaque, Mohammed Seemab Zaman सोशल मीडिया के जरिए माइंडसेट और डेटा का बखूबी संकलन किया जा सकता है और यही हो भी रहा है!! पैसा तो अरब वाले लगा रहे है. मुनाफा भी खूब कमा रहे हैं. लेकिन असल उद्देश्य की पूर्ति जियनिस्ट ही कर रहे. रिसर्च एंड एनालिसिस और फिर इसके नतीजे और निष्कर्ष को. अपने एजेंडा के नफी के लिए भुनाते है।अरब वालो को क्या है.इनको तो दुनिया ही में जन्नत की वेसारत है.
  • Mohammed Seemab Zaman, Syed Asman Mustafa Kazmi साहेब, हम बहुत सी बात नही लिखते हैं और लिखना भी नही चाहिये। ट्विटर ने वह ख़त्म कर दिया “जो आप ने हिन्दी, उर्दु या अंग्रेज़ी मे लिख दिया वही लोगो ने सही समझ लिया।” हम ने कोशिश किया लोगो को इस परदे पडे ज़हन से निकालने का। पता नही हम कितना कामयाब हुऐ यह तो आप ही लोग बताई गा।

Nooruedeen Shaikh सलाम सर आप सीर्फ पोस्ट ही नही करते बल्कि कमेन्ट करनेवाले को तफसील से समजा कर उन्के इल्म मे इजाफाभी करते है.

Bablu Bablu शानदार पोस्ट सर। मैं आपके कमैंट्स में एक बात पर अटक गया कि “सोशल मीडिया दुनिया को समझने का एक थर्मामीटर है”। कितनी बारीक बात आपने हमें समझा दिया बहुत आसानी से। हमलोग इधर अंधेरे में तीर मारते रहते है।अल्लाह आपको तंदरुस्ती आता फरमाये, हमारी रहबरी होती रहे।आमीन.

Afreen Noor As always baba, the great.

Junaid Rajput Always 👌