Post of 19 September 2023
अमेरिकी सेनाओं के अध्यक्ष फोर स्टार जेनरल मार्क मिल्ले ने रविवार को भारतीय नस्ल के पत्रकार फ़रीद ज़करीया को कहा कि “अमेरिका विश्वयुद्ध चीन से लड़ना नहीं चाहता है क्योंकि चीन एक आर्थिक और सैन्य शक्ति हो गया है”
जेनरल मिल्ले ने कहा कि हम लोगों ने कई शताब्दी देखी है जैसे रोमन साम्राज्य का अन्त, पश्चिमी देशों का उदय, और अब चीन का उदय पिछले कई दशकों मे देख रहे है।
फ़रीद ने पुछा कि आप ने कहा है कि चीन की सेना अमेरिका की सेना से भी ज़्यादा शक्तिशाली हो जाये गा, इस के जवाब मे मिल्ले ने कहा “यही उन का उद्देश्य (objective) है और वह उसी दिशा की ओर बढ़ रहे हैं।”
जेनरल मिल्ले ने कहा चीन अपनी सेना को space, cyber, 4 &5th generation fighter plane, surface navy आदि उपकरणों से शक्तिशाली बना कर अमेरिका को दुनिया में टक्कर दे रहा है।
चीन का उद्देश्य है कि 2035 तक पूरे पूर्व एशिया (East Asia) से अमेरिकी सैन्य शक्ति और राजनीतिक हस्तक्षेप को ख़त्म कर बाहर निकाल दें और 2050 तक आर्थिक और सैन्य शक्ति मे अमेरिका से आगे हो जाये।
जेनरल मिल्ले ने कहा कि अमेरिका को अपनी सैन्य शक्ति मे निवेश करना होगा, हम लोग विश्वयुद्ध नहीं चाहते हैं क्योंकि चीन बहुत बड़ी आर्थिक और सैन्य शक्ति बनता जा रहा है।
*देखये 1993 से 30 साल मे चीन महाशक्ति हो गया जिस से अब अमेरिका डरने लगा। इसी बात को हम पिछले नौ साल से संघ की सरकार को समझा रहे हैं कि “चीन का तुष्टिकरण” और झुला झुलाना बंद करो मगर हम लोग का दिल मुस्लिम तिरस्कार में अंधा हो गया था और आज नतीजा यह हो गया कि चीन भारतीय ज़मीन का “खेसरा-खतिहान” हम से माँगने लगा।
*याद रखिये गा, सोवियत संघ महाशक्ति को मुस्लिम जगत ने तोड़ दिया मगर चीन के उदय का मुस्लिम जगत साथ दे गा क्योंकि मुस्लिम जगत तेल के पैसा से आर्थिक तौर पर बहुत मज़बूत हो गया है और अगले तीस साल मे सैन्य शक्ति भी बन जाये गा और फिर 1886 के बाद दुनिया मे एक संतुलन पैदा हो जाये गा।