Facebook Post of 20-11-2020
15 नवंबर को ASEAN के साथ 15 देशो ने RCEP समझौता पर आठ साल के बात-चीत के बाद हस्ताक्षर किया। यह 15 देश जिस मे हम लोग शामिल नही हैं आपस मे $2.3 trillion का व्यापार 2019 मे किया था।
RCEP के समझौता से 2020-30 तक आसियान देशो से ज्यादा फायदा जापान, साऊथ कोरिया को होगा जिस का रियल आय 1.0% बढ़ने का अनुमान है। दि एकौनोमिस्ट मे आज छपे ग्राफ को नीची गौर से देखे।
#आज 20 नवंबर, शुक्रवार को 21 देशो के समूह Asian Pacific Economic Cooperation (APEC) ने 2040 का विजन पर दिन भर चले वार्ता के बाद एक आपसी समझौता वैश्विक व्यापार पर किया। APEC मे RCEP के 15 देशो के ऐलावा अमेरिका, रूस, कनाडा, मैक्सिको, चीली, पेरू शामिल है। APEC मे कोई यूरोपियन देश नही है।
राष्ट्रपति ट्रम्प आज हार के बाद पहली बार अपेक के मिटिंग मे नज़र आये और आपसी व्यापार बढ़ाने की बात की। चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिंग ने वहुमुखी विकास और आपसी तालमेल से विशव के विकास पर बल दिया।
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अब आईये भारत जो आज की तारीख़ मे बीजेपी के मोदी जी के सरकार मे हम लोग विश्व के किसी व्यापारिक समूह या संस्था मे नही है।हम लोग ASEAN, RCEP, APEC, EU, AU, OIC किसी मे भी नही हैं। एक SARC था वह भी इस सरकार मे ख़त्म हो गया।
सरकार ने सात साल केवल गाय-गोबर, कशमीर, पाकिस्तान, एनआरसी, लव जेहाद कर चुनाव लडा और बैंक डुबाया।सरकार भारत देश को इजिप्ट के महान फिरौन की एक सुंदर ममी के तरह बना कर दुनिया मे रख दिया। बस अब दुआ किजये!