Post of 3 June 2022

हमारे आदरणीय विश्व प्रख्यात दार्शनिक, धाराप्रवाह हिन्दी वाचक डाक्टर मोहन जी कहते हैं कि “भारत पर्वत और समुन्द्र से सुरक्षित था” मगर फिर दूसरे वाक्य मे कहते हैं कि “इस्लाम आक्रमकों (attackers) के कारण भारत मे आया और देवस्थान तोड़े गये मगर मुस्लिम के पूर्वज भी हिन्दु थे ……”

हम को बहुत अफसोस होता है जब विश्व प्रसिद्ध ज्ञयानी और दार्शनिक डाक्टर मोहन जी कहते हैं कि मुस्लिम आक्रमण कर भारत आये जबकि इन्ही के गुजरात के समुन्द्र तट पर आज भी सात अरबी सहाबी (Friends or companion’s of Prophet Mohammad ﷺ) जो 635 AD मे आज के श्रीलंका से व्यापार कर लौटते समय मुरूंद (Murund) द्विप पर पहुचें तो उस मे पॉच का वहाँ इंतक़ाल हो गया और उसी भारतीय जज़ीरा पर दफ़न कर दिये गये।बाद मे साऊथ अफ्रिका से व्यापारी जो आये जाते थे, उस मे सिद्धी जौहर नाम के पैसे वाले एक व्यापारी ने 1140 AD मे वहॉ क़िला बनाया और क़बर पक्की कर दिया जिस पर आज भी 635 AD लिखा नज़र आता है (निचे मज़ार की तस्वीर देखें).

भारत मे सनातन धर्म का मंदिर तो मुस्लिम के भारत आने के बाद 728 AD मे बनना शुरू हुआ।अगर मुस्लिम के पूर्वज हिन्दु थे तो क्या हमारे मोहन जी सब पूरानी मंदिर को मस्जिद बनाने का अभियान शुरू करें गें?

भारत मे सभी लोग अफ्रिका (मिस्र) और अरब (मेसोपोटामिया) से पलायन कर आये और साथ मे भगवान देवी देवता भी लेकर आये, जो आज शोध का विषय होना चाहिये ताकि लोगो को सत्य पता चला।

इस बदली दुनिया मे मुस्लिम और सनातन धर्म के लोगो को सत्य जानकर एक होकर रहना चाहिये। धर्म आचरण से बढ़ता है, दंगा फ़साद से नही बढ़ता है। हम लोगो को विश्वगुरू बनना है तो हर मस्जिद मे जन्म भूमि या शिवलिंग की तलाश क्यो?
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Mohammed Seemab Zaman हम को यह पॉच सहाबी के मज़ार की तस्वीर एक बुज़ुर्ग हस्ती ने जनवरी 2022 मे भेजी थी। वह दूसरी बार वहॉ जनवरी मे सलाम करने गये थे। बहुत दिन से इस को पोस्ट मे डालने को सोंच रहे थे मगर आज डाल दिया।

यह मज़ार एक जज़ीरा है जहॉ पर लोग किश्ती से जाते है, वहॉ शाम के बाद कोई नही ठहरता है। वहॉ क़िले के दिवार के अंदर यह है जहॉ पानी का भी इंतजाम है। लोग नेमाज और फातेहा पढ कर लौट जाते हैं।

Shalini Rai Rajput लोकप्रिय परंपरा के अनुसार, इस्लाम को 661 ई. में उबैदुल्लाह द्वारा मालाबार तट के पश्चिम में स्थित लक्षद्वीप द्वीपों में लाया गया था । माना जाता है कि उनकी कब्र एंड्रोट द्वीप पर स्थित है ।कुछ उमय्यद (661-750 ईस्वी) के सिक्के केरल के एर्नाकुलम जिले के पूर्वी हिस्से में कोठामंगलम से खोजे गए थे । केरल मुस्लिम परंपरा के अनुसार , मैंगलोर में मस्जिद ज़ीनाथ बख्श भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक है।. [32] चेरामन पेरुमल की किंवदंती के अनुसार , पहली भारतीय मस्जिद का निर्माण 624 ईस्वी में वर्तमान केरल के कोडुंगल्लूर में चेरा वंश के अंतिम शासक (चेरामन पेरुमल) के शासनादेश के साथ किया गया था , जो इस दौरान इस्लाम में परिवर्तित हो गए थे। इस्लाम के भारत आगमन पर ये पढा था।

May be an image of ‎2 people and ‎text that says "‎שי मालाबार तट पर चेरामन पेरुमल जुमा मस्जिद, शायद भारत की पहली मस्जिद|‎"‎‎
  • Jamshed Jamshed, Shalini Rai Rajput जी मैं यहाँ पर जाकर आ चुका हूँ…“चेरामन पेरुमल भास्कर रवि वर्मा” इन्हीं को इस्लाम कुबूल करने वाला पहला भारतीय माना जाता है.
  • Shalini Rai Rajput, Jamshed Jamshed  रवि वर्मा नाम से एक शासक हुआ है जो चित्रकार भी था क्या ये वही है?,
  • Inamul Haque Ansari, Shalini Rai Rajput मैम रवि वर्मा एक चित्रकार थे जिंहे राजा की उपाधि मात्र दी गयी थी।रंगरसिया फिल्म में दिखाया गया है.
  • Jamshed JamshedShalini Rai Rajput जी…मुझे वहाँ के काफ़ी लोगों से बातचीत में ये बात पता लगी…चेरामन राजाओं में से थे येवहाँ पर एक रिटायर्ड प्रोफ़ेसर साहब से मेरी बहुत लंबी बातचीत हुई थीउनका नाम ज़ोनाथन फ़्रेज़र था…उन्होंने काफ़ी डिटेल में ये बात बताई थीऔर इनका पूरा नाम भास्कर रवि वर्मा बताया था…उन्होंने एक नई चीज़ भी बताई जो कि मुझे सुन कर काफ़ी हैरानी भी हुई वो ये किउस राजा चेरामन पेरुमल भास्कर रवि वर्मा को वहाँ के पुराने लोग “”भोज”” भी कहते थे…

Abdul Bari बेहतरीन पोस्ट .. लेकिन शोध करेगा कौन और अगर शोध होती है तो बहुत सारी दुकानों का बंद होने का खतरा है।

कुलदीप सिंह विश्वगुरु भी बनना है और मस्जिद मंदिर की तोडाई भी करना है एक साथ नहीं चल सकता है सर ?? बेहतरीन लेख सर..

  • Mohammed Seemab Zaman सब बरबाद कर दिया। अब पचास साल कुछ नही हो सकता है, सब लोग पहचान गया। हम लिखते लिखते थक गये मगर यह लोग को समझ मे नही आया कि दुनिया कैसे बदल रहा है। आज का मेरा अंग्रेजी का पोस्ट देखा है, बाईडेन झुकने लगे।

Aabid Sheikh गुजरात के भावनगर में एक मस्जिद उस जमाने कि भी पाई जाती है जब नमाज़ बैतूल मुक़द्दस की तरफ रुख करके पढ़ी जाती थी भागवत खुदको बुद्धजीवी समझते है तो उनको ये नही पता ये किस दौर में होता था?

Anup Jaju सर आखरी पैराग्राफ़ 

  • Mohammed Seemab Zaman वह आखरी पैराग्राफ़ भी मोहन जी का ही कहा हुआ है जिस को हम ने कल के भाषण को सून कर लिखा है।

Gafoor Hussain सर आपकी पोस्ट में और लोग भी आते है सहाबी का मतलब नहीं समझ पाए होंगे सहाबी किसको कहा जाता है.

  • Mohammed Seemab Zaman, Gafoor Hussain साहेब, सहाबी का मतलब अंग्रेज़ी मे companion & friends लिख दिया। शुक्रिया।

Niazi Wazi धर्म आचरण से बड़ता है दंगा फसाद से नही.

  • Mohammed Seemab Zaman हम लिखते हैं न उर्दु नाम वाले अपना #अखलाक़ (आचरण) अच्छा करे, वही बात मोहन जी बोले हैं जो हम लिखा है।

Brindavan Singh धर्म आचरण से बढ़ता है दंगा फसाद से नही👌 दरसल धम्म पाली का शब्द है जिसका अर्थ आचरण या स्वभाव होता है फिर पाली के धम्म को संस्कृत में धर्म बनाया गया और अपने हिसाब से व्याख्या कर दिया गया।

Kamal Siddiqui शानदार पोस्ट अच्छी मालूमात के साथ सर, डॉक्टर साहेब को अब समझ में आ गया है कि मै तो ख़ुद मरीज़ हूं जिसका इलाज़ शुरू हो गया है।कभी खुद बोलते हैं काशी मथुरा अभी बाकी है!अब बोल रहे हैं मंदिर के लिए कोई आंदोलन नहीं करेंगे!?

Sandeep Solanki भारत में हिंदुओ का कुछ भी नही है सभी मंदिर कभी बुद्ध विहार हुआ करते थे ..इन्ही पर ब्राह्मणों ने कब्जा करके मूलनिवासी लोगों को हिंदू होने का गर्व कराया जा रहा है मकड़जाल ऐसा है की इसे तोड़ पाना नामुमकिन लगता है. रही बात सनातन शब्द की तो ये शब्द भी बुद्ध ग्रंथो से चुराया गया है. सनातन का मतलब है तो सदैव सच है मतलब जीवन मरण सत्य है औरत और आदमी के मिलन से नया जीवन पैदा होता है ये सनातन है, लेकिन यहां सब उल्टा कर दिया गया. अफसोस 

Skand Kumar Singh धर्म आचरण से बढ़ता है।बहुत बड़ी व सही बात कही आपने।धर्म है हमारा जीने का सहज सरल ढ़ंग.

Syed Nafisul Hasan आर एस एस की कोई विचारधारा नहीं है यह लोग केवल संकीर्ण और कुंठित मानसिकता को लेकर चल रहे हैं जिस में कहीं भी और कभी भी स्वस्थ आचरण की आशा करना बेकार है। अंतरराष्ट्रीय दबाव में समय समय पर यह लोग चेहरे के मुखौटे बदलते रहते हैं

Yusuf Prince हमेशा की तरह ज़बरदस्त