Post of 15 August 2022

हम सब स्वतंत्रता के इस ‘अमृत महोत्सव’ पर अत्यंत आनंद और गौरव की भावना से ओतप्रोत हैं। इस शुभ अवसर पर हमारे मित्र Pawan Kumar Jha साहेब के कहे बिहार के मैथिली भाषा मे एक सुंदर कविता का चंद बंद पढे,

“देश अमर हऊक शेष समर हऊक
जन-गण रंग-बिरंगा स्वागत
श्रेष्ठ सकल जग धर्म ओ संस्कृति
उच्छवल जलधि तरंगा स्वागत
राष्ट्र कर्म लेल मनुज मर्म लेल
तन-मन विपुल उमंगा स्वागत”

नीचे तस्वीर मे मेरे नाम को सुरैय्या तैयबजी के बनाये राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के रंग मे Nooruedeen Shaikh साहेब के बनाये कला का आनंद लें।मेरी तरफ से नूरउद्दीन शेख साहेब को बहुत बहुत शुक्रिया।