FB Post of 28th August 2021

हजारो साल से “इंसानिय का गहवारा/cradle of humanity” या मानव प्रजाति की उत्पत्ति की कहानी अफ्रिकी महाद्वीप से जोडी जाती रही है।”होमो” (Homo) का सबसे पुराना प्रमाण 2.8 मिलियन वर्ष पूर्व अफ्रिका के देश इथियोपिया के लेदी-गेरारू में मिला था।

दस साल पहले जब जर्मनी के Archeologists Michael Petraglia (पुरातत्त्ववेत्ता माईकल पेट्राग्लिया) ने सऊदी अरब में मानव विकास के शुरुआती सबूतों का पता लगाने जा रहे थे तो उन के दूसरे साथी हँस रहे थे और मज़ाक़ उडा कर कहा अरेबिया मे कोई पूर्व इतिहास नही है “there was no prehistory in Arabia and were even laughed at.”

सऊदी अरब के वर्तमान उल्लेखनीय पुरातात्विक शोध यह प्रमाण और सबूत है कि मानव विकास की सभ्यता 7,000 साल पूराने महान मिस्र की सभ्यता या मेसोपोटामिया या 2,500 ईसा पूर्व सिंधु-सरस्वती या हड़प्पा सभ्यता तक ही सीमित नहीं है।माइकल पेट्राग्लिया ने मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट, जर्मनी में एक पेपर पढते हुऐ कहा कि हमारे पास एक बहुत ही सीधे आगे का परिदृश्य है कि “अरब आधुनिक मनुष्यों के लिए एक मात्र ठहराव था और अरबिया से वह हाथ बॉधे टहलते हुऐ लोग यूरोप, एशिया और अन्य जगहों पर चले गए।”

“We have a very straightforward scenario. Arabia was just on the route out of Africa. Arabia was a mere pit stop for modern humans as they power-walked into Europe, Asia and elsewhere.”

सऊदी अरब में रबे अल खली (ربع الخالی) रेगिस्तान में पुरातत्वविदों के शोध के प्रमाण हैं कि “होमिनिन्स” भी वहां अफ्रिका के तरह पाये जाते थे।रबे अल खली एक खाली रेगिस्तान है, जो अरब प्रायद्वीप के दक्षिण-पूर्व में लगभग फ्रांस के क्षेत्रफल के बराबर है। इसे “Empty Quarter” भी कहा जाता है और यहॉ कोई आबादी नहीं है, केवल ख़ाली लाल बालू का रेगिस्तान है।

यहॉ का मुंडाफान अल-बुहैराह, एक समतल क्षेत्र जो कभी झील हुआ करता था।पुरातत्त्ववेत्ता टीम को 80,000 साल पहले के पत्थर के औजार मिले हैं।शोध की फ़ंडिंग यूरोपियन यूनियन और प्रिंस सुल्तान बिन सलमान ने किया है।

(#नोट: हम ने पंद्रह साल पहले सऊदी अरब के अखबार मे एक लेख “रबे अल ख़ाली” पर पढा था कि अमेरिका के USGS ने वहॉ सटेलाईट से “जमीन मे सोने का महल” देखा है यानि के बहुत मात्रा मे सोना रबे अल ख़ाली मे है।USGS ने उस को निकालने की सुझाव दिया तो सऊदी अरब ने सुझाओ को ठोकरा दिया क्योकि वहॉ हर वक्त तेज़ हवा चलती है। सऊदी अरब ने कहा जब तक हवा वहॉ तेज़ चलना बंद नही होगा, वहॉ कोई खोदाई नही हो गी)
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Comment on the post:

Misbah Siddiki हमेशा की तरह लाजवाब तहरीर।बहुत पहले ‘Aramco World’ मैगज़ीन में पढ़ा था कि आरामको के तत्कालीन चीफ़ जियोलॉजिस्ट Hal McClure ने 1984 में Rub al Khali में मौजूद ज़मीनदोज़ लेक्स पर अपनी रिसर्च कर, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन के लिए डॉक्टोरल थीसिस पूरी की थी।डॉक्टर मैकक्लोर मुताबिक रब अल ख़ाली का रेगिस्तान दो मिलियन साल पहले बनना शुरू हुआ था, जबकि झीलों का निर्माण भूवैज्ञानिक नज़रिये व एविडेन्स के मुताबिक दो बार में हुआ: एक बार लगभग 37,000 से 17,000 साल पहले, और फिर लगभग 10,000 से 5,000 साल पहले।