पूर्व प्रधानमंत्री नरसिमहा राव का शरीर और खोपड़ी जल कर राख हो गया मगर कोई उन का दोसत या परिवार का आदमी जीवित है तो वह बताये नरसिमहाव राव ने किस न्यूक्लिअर बम या मंत्र से इतनी बडी एमारत को तीन घंटा मे जमीन दोज़ किया।

यह हम इस वजह कर पूछ रहे हैं कि उसी बम से #चीन की विस्तारवादी योजना को उडाया जा सकता है और कोई दूसरा उपाय भारत को चीन से नही बचा सकता है।

#नोट: यह पोस्ट बाद मे डिलिट हो गा।

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Some comments on the Post

Sayyed Musab अब सवाल करने का क्या फायदा अब ना वह इमारत खड़ी होगी और ना दी गई शहादत

  • Mohammed Seemab Zamanइन सब बातों का अब क्या फायदा? सही कहा कोई फायदा नही है। मगर आज भी उस वक्त का बहुत बूद्धिजिवी जिन्दा है जो ज़हर फैला रहा है, उस को पता चलना चाहिये की यह सरकार का काम होता है कि देशहित मे सोंचना। सरकार जो चाहती है वह करती है। अगर सरकार का लोग ही देश से ग़द्दारी करे तो “भारत माता की जय” का नारा झूठा है।

Shalini Rai Rajput जो इमारत तीन सौ बरस से टिकी हुई थी उसका मात्र तीन घंटे में ढह जाना आश्चर्य जनक है जबकि कोर्ट के अनुसार कोई कांसप्रेसी नहीं हुई थी।

  • Misbah Siddiki, Shalini Rai Rajput साहिबा,ग़ौर फ़रमायें, द पायोनियर अख़बार से जुड़े प्रवीण जैन साहब ने बतौर जर्नलिस्ट रहते अपने कैमरे से जितने 4 दिसंबर से 6 दिसंबर के दरम्यान जितने भी फ़ोटो बतौर सुबूत इकठ्ठा किये थे उन सभी सुबूतों को महान अदालत ने सुनवाई में ‘नाकाफी’ कह कर ख़ारिज कर दिया था। (कई साल पहले बीबीसी हिंदी ने जैन साहब की रिपोर्ट को बतौर आर्टिकल पोस्ट किया था) उन तमाम सुबूतों में मस्जिद को गिराने का सिर्फ प्लान ही नही बल्कि 5 दिसंबर को की गई मॉक ड्रिल के भी फ़ोटोज़ शामिल थी।उस वक़्त के ‘सन्डे ऑब्ज़र्वर’ के लिए एमजेअकबर, ‘नई दुनिया’ के लिए शाहिद सिद्दीक़ी और ‘स्वतंत्र भारत’ ने बहुत अच्छी रिपोर्टिंग की थी, ख़ासकर संडे ऑब्ज़र्वर में बहुत तफ़सीली रिपोर्टिंग होती थी। इस लिए बहुत कुछ याद है।

Mozaffar Haque The Supreme Court in 2019 held the site, where the Babri Masjid stood, as the birthplace of Lord Ram and awarded the land to a trust for construction of a temple in his name. The Supreme Court verdict also held the demolition of the Babri Masjid as an illegal act. Also accepted that no mandir ever existed there and no mandir was ever demolished to build Babri Masjid.#WhatAjustice

  • Mohammed Seemab Zaman If SC given verdict as an illegal act, then why not court censored PM Narasimha Rao as party to that illegal act.

Muhammad Sajid Ali Osman बाक़ी दिन आप यह पोस्ट करके डिलीट करते तब शायद कोई बात न होती लेकिन यही गुज़ारिश है कि आज के दिन आपने यह पोस्ट की है, इसे डिलीट न कीजिएगा.

  • Mohammed Seemab Zaman, अब नही डिलिट करें गें। आप ने लौजिक बहुत अच्छा दिया है और कौमेंटस भी एक दायरे के अंदर बहुत ही informative आया है।

Hisamuddin Khan ना काबिल यकीन है। साजिश बहुत गहरी और बडे स्तर की थी।

Sandeep Solanki मनुवादी लोगो ने 06 दिसंबर का दिन बाबरी मस्ज़िद गिराने का दिन बहुत ही सोच समझ कर लिया गया था…..उनका सबसे बड़ा दुश्मन मुसलमान नही डॉक्टर बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर थे क्योंकि उन्होंने संविधान में सबको समानता का अधिकार दिया है कोई भी छोटा या बड़ा नही सभी को समान हक़ और हर नागरिक को समान बतायामनुवादी लोगो को यहीं एक तकलीफ है क्योंकि ये देश मनुवादी लोगो द्वारा जातीय आधार पर चलाया जाता रहा है लेकिन संविधान के कारण वो अब इसे मनु आधार पर नहीं चला सकतेबाबा साहेब के परिणिर्वाण दिवस को भूलने और देश में नफरत का माहौल बनाने के लिए वोट बैंक की राजनीति के लिए 06 दिसंबर का दिन बाबरी मस्जिद के लिए चुना गया ताकि लोग 6 दिसंबर को बाबा साहेब को याद न करके बाबरी मस्जिद को हिंदुत्व शंखनाद के रूप में याद करे

Zainab S Aayat सर हमने तो सुना कुदाल फावड़ा और डायनामाइट से शहीद की थी,जो यकीन करने लायक बात नहीं हैएक बार बचपन मे याद है एक दोस्त से बाबरी मस्जिद को लेकर बहस हो गया तो उस वक़्त मैं ने उसे बहस में जीतने नहीं दिया था ,तो वो बोली कि जब तुमलोग इतने ही मजबूत थे तो मस्जिद तोड़ने से रोक क्यों नहीं पाए।क्यों नहीं कुछ कर पाए।मैं सोच रही थी,कुदाल फावड़ा से कोई तोड़े तो चाहे कितनी बड़ी भीड़ हो उसे लोग रोक नहीं लेते फिर मैं ने उससे कहा दिया कि बम से उड़ाया गया था मस्जिद को इसलिए हमलोग कुछ कर नहीं पाए।उस वक़्त की कैसे नहीं रोक पाए?

Prateek Rao रंजन गोगोई को पैसे और राज्यसभा सीट के लालच ने अंधा कर दिया था और हमेशा के लिए लोगों के मन में न्याय के प्रति एक अविश्वास कायम कर दिया…

Mohammad Ahmed Tasleem Bhut khub sir दिल जीत लिया