3rd December 2020 Post on Facebook

इन से मिलये यह है बडे इज्जतदार अकाली दल के नेता जो तीस साल से अदवाणी ऐंड एसोसिएटस के साथ एक थाली मे खाते थे जैसे शिव सेना के ठाकरे, नेशनल कांफरेंस के फ़ारूक़ अबदूल्लाह और महबूबा मूफ्ती के पिता जो मर गये।

आज जब पंजाबी किसान को MSP का सिधा घाटा नजर आ रहा है तो यह बादल साहेब भारत को बेइज़्ज़त करने लगे “पद्म वीभूषण” लौटा कर। बादल साहेब आप और आप का खांदान केन्द्र मे संविधान का शपत लेकर मंत्री रहा है, कम से कम से कम संविधान का तो इज्जत रखते।

बादल साहेब आप को संघ पता नही था जिस ने आजादी के वक्त पंजाब मे दंगा कराया जब कि मॉउटबेटन को बंगाल के दंगा का ख़ुफ़िया रिपोर्ट था मगर गॉधी को कलकत्ता भेजा क्यो नही पंजाब भेजा। पंजाब मे तो दंगा का कोई उमीद दूर दूर नही था, कैसे हुआ आप को पता है।मगर आप तीस-चालीस साल से बीजेपी के साथ रहे।

क्या बादल साहेब को मोदी जी का बैकग्राउंड पता नही था? क्या बादल साहेब को एनआरसी या 370 हटने का नतीजा गलवान पता नही था? चीन जब अरूनाचल और गलवान मे आया तो “पद्म विभूषण” क्यो नही लौटाया? आज जब एमएसपी (MSP) हटने का सीधा घाटा पंजाबी किसान पर चूआ तो बीजेपी के मोदी सरकार के खेलाफ हो गये। वाह रे बूद्धिजीवी ख़ुदगर्ज़ नेता।

हम कृषि बेस्ड एकोनौमी के पक्षधर हैं। हम हमेशा दुआ किया “मौनसून” अच्छा हो और बम्पर फ़सल हो क्योकि हम जानते हैं दुनिया मे उत्तर भारत मे सब से ज्यादा नदी हिमालय से बहती है मगर आज तक कोई सिंचाई का इंतज़ाम नही हुआ। 70 साल यह नेता सब पाकिस्तान-कशमीर-गाय-गोबर करते रहे और आज चीन उसी हिमालय से निकले ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सब से महँगा डैम बना रहा है।

“भारत माता की जय का झूठा नारा लगाते रहो और मक़बूल फेदा हुसैन को गाली देते रहो”