Post of 19th March 2022
बराक ओबामा और बाईडेन की जोडी ने 2011 मे “अरब स्प्रिंग” शुरू किया ताकि सारा मिडिल ईस्ट बीस साल तक आग मे जलता रहे।उसी कड़ी मे ईरान के JCPOA का ड्रामा रचा जब शाह सलमान ने जनवरी 2015 मे रेयाद मे ओबामा को ऐयरपोर्ट पर खडा कर एशिया का जिवपौलिटिक्स बदल दिया।
कल अचानक सिरिया के राषट्रपति बशार अल असद बारह साल (12) बाद यूएई पहुँच गये और बहुत खुश नज़र आये। वह अबूधाबी के अमीर ज़्याद के मेहमान थे और दुबई के राशिद अल मकतूम से भी मिले।राष्ट्रपति असद का यूएई पहुँचना ओबामा के “अरब स्प्रिंग” और ओबामा के आईएसआईएस के खेलाफत का भी कल अंत हो गया।
ओबामा ने 2011 मे अरब स्प्रिंग शुरू किया और 2014 मे हम भारतीयों के सहयोग से गुजरात मॉडल की सरकार बनवाई और 26 जनवरी 2015 को भारत आये और तीन दिन पूरे एशिया मे बराक-बराक की आवाज़ गुंजी और अमेरिका-भारत का खराब दिन शुरू हुआ।
प्रिंस सलमान ने अगस्त 2015 मे रूस के पुटिन को सिरिया बोला लिया और सऊदी अरब, यूऐई सब वहॉ से निकल लिये मगर ईरान वहॉ रूस के साथ रहा और अपनी मौजूदगी मे वहॉ अरब स्प्रिंग खत्म नही होने दिया।मगर आज ईरान पूरे मिडिल ईस्ट मे अकेला रह गया।रूस भी अब यूक्रेन लडाई के वजह कर ईरान से दूरी बना ले गा क्योकि वह मिडिल ईस्ट-तुर्की को नही छोडे गा।
कल अमेरिका ने यूऐई मे असद की यात्रा पर ग़ुस्सा का ईजहार किया है।अमेरिका ने कहा असद और उन की सरकार पर प्रतिबंध लगा है, यूऐई मे उन का स्वागत गलत है।
ओबामा ने अपने आठ साल के कार्यकाल मे पूरे एशिया मे अमेरिका और यूरोप की दोस्ती मे दराड डाल दिया।अब रूस-यूक्रेन की लडाई ने मिडिल ईस्ट और अफ्रिका मे नये जिवपौलिटिक्स को जन्म दे कर जिवएकोनौमिक्स को जन्म देगा।
#नोट: ओबामा ने गुजरात मॉडल और अरब स्प्रिंग को एक दूसरे का पूरक बनाया था यानि directly proportional बनाया था।अब अरब सप्रिंग समाप्त हो गया और आशा है गुजरात मॉडल का 25 साल बाद अगले दो साल मे अंत होगा।