Post of 26th November 2020
आज लगा की उत्तर भारत का बूद्धिजिवी और पत्रकार जो सात साल या 30 साल से गुमराह हो गया था, उस को पंजाबी किसान और बंगाली कम्यूनिस्ट ने एक ज़ोर दार झटका दिया है।
आज पंजाबियो के किसान आंदोलन ने एक महीना से ज्यादा ट्रेन बन्द किया हुआ था मगर मिडिया मे लव-जिहाद गर्म था जहॉ 377 को हटा दिया गया है।बिहारी शेर शाह ने भारत को पहली बार नेशनल हाईवे दिया जो कलकत्ता से लाहौर जो वाया हरियाणा के करनाल से जाता है।
आज करनाल के जी टी रोड पर जो किसान आंदोलन देखा और दूसरे छोर पर कलकत्ता मे CPI (ML) और कांग्रेस के भारत बंद का तमाशा देखा तो 1973 के तेल का दाम बढ़ने के बाद दुनिया के तबाह अर्थव्यवस्था और जेपी आंदोलन याद आ गया।
यहॉ हम लोगो को बताते चले 1973 के बाद जब तेल का दाम 378 गुणा बढ़ा तो भारत की अर्थव्यवस्था गिर गई। जेपी आंदोलन के समय इंदिरा गॉधी ने Colonel S P Wahi को ओएनजीसी का अध्यक्ष बनाया और Bombay High से तेल निकालते निकालते तेल का कुऑ सुखा दिया।
यह सब इतिहास अब बीजेपी के मोदी सरकार मे चालीस साल बाद फिर दोहराये गा। मोदी जी ने चुनाव लड लड कर 27 सरकारी बैंक से 7 बैंक कर अर्थव्यवस्था ख़त्म कर दिया, लिंचिंग और एनआरसी आंदोलन करवा कर विदेशनीति को तबाह कर दिया, 377 हटा कर लव को आम कर दिया, 370 हटा कर चीन को गलवान मे बोला लिया।
आज मोदी जी ने फिर नारा दिया है “वन नेशन वन इलेक्शन” का क्योकि सारा बैंक चुनाव लड कर डूबा दिया है तो अब हर साल हर राज्यों मे चुनाव कैसे लडे गें। हार गये तो दुबारा सरकार नही बने गी और सरकार रही तो बर्बादी ख़त्म नही होगी।
गुजरात मॉडेल ने देश के मोगल सराय का दिनदयाल उपाध्या कर दिया! अब कुछ नही बचा है सवाये 130 करोड आबादी के। 2021-22 आने दिजये “वन नेशन वन आंदोलन” हो जाये गा।