Post of 2nd October 2023

कल मेरे जापान के हाई-टेक शौचालय के पोस्ट पर मेरे एक मित्र का कौमेंट था:

“मेरे गाँव में कुछ औरत शाम को मेरे मुहल्ला के तरफ शौच करने आई मना करने पर छेड़खानी का धमकी दिया और मामला हिन्दू मुस्लिम दंगा तक पहुंच गया और ये सब छोटा जात की औरत थी”

अफसोस की बात है कि अमृत काल मे हिन्दु-मुस्लिम नफरत इतना फैलाया गया कि खूले मे औरतो को शौच करने से रोकने पर औरते हिन्दु-मुस्लिम दंगा करा देती हैं।

1935 भागलपुर मे दंगा करा कर देश की जीडीपी जलाने का षडयंत्र शुरू किया गया और आज २१वी शताब्दी है और देश मे अमृत-काल चल रहा है, मगर आज भी स्वच्छ भारत नही बन सका।

दुख होता है देख कर कि देश के आदरणीय प्रधानमंत्री अमृत कालखंड मे देश की राजधानी दिल्ली मे बॉंस के झाड़ू से स्वच्छ और स्वस्थ्य भारत बना रहे हैं।हाथ से कूडा उठा रहे हैं जबकि आज दुनिया मे हाई-टेक गाडी से कूडा उठाया जा रहा है।

दूसरे दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं जो IIT के Graduate Engineer हैं, जो आजादी के 75 साल बाद दिल्ली मे गटर/नाली साफ करने वाली गाडी लाकर अपनी तस्वीर शौचालय साफ करने वाली गाडी पर लगा कर English Caption देते हैं, “Jetting, Rodding, Grabbing” लानत है ऐसे विज्ञापन पर और ऐसी अंग्रेज़ी पर।

#Note: हिन्दु-मुस्लिम नफ़रत ने देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को इस मुक़ाम पर पहुँचा दिया कि किसी के हाथ में बॉंस का झाड़ू है तो कोई अपनी तस्वीर शौचालय साफ़ करने वाली गाड़ी पर लगा कर गर्व महसूस कर रहा है, बहुत दु:ख़द।
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Some comments on the Post

Zeenat Khan यही तो इनकी संस्कृति है, संस्कार हैँ..इनसे पहले मोरार जी देसाई भी प्रधानमंत्री रह चुके हैँ खुले मंच से मूत्र सेवन का प्रचार कर चुके हैँ. लेकिन उनको Air India पे वाइन दिए जाने पे ऐतराज़ था.. और उन्ही ने एयर इंडिया का वह हाल किया के फिर कभी सम्भल ही नहीं पायी

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