Post of 21-12-2022

कल Faisal Mohammad Ali, BBC हिन्दी संवाददाता का आरएसएस से जुड़े संगठन भारतीय किसान संघ के महासचिव मोहिनी मोहन मिश्रा से इंटरव्यू सूना।

मोहिनी मोहन मिश्रा किसान को दिल्ली मे जमा कर सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन करते क्यो नज़र आ रहे हैं? बीबीसी के फैसल साहेब ने भारतीय किसान संघ के मिश्रा जी से इन्हीं सवालों के जवाब जानने की कोशिश की।इंटरव्यू का कुछ अंश विडियो मे सूनें।

फैसल साहेब ने मिश्रा जी से कहा “आप तो एक की ही पेड (संघ) के दो शाख़ (बीजेपी, बीकेएस) हैं, दो टहनियॉ हैं मगर फिर भी आप से सरकार से बात नही होती है”। उस पर मिश्रा जी ने कहा हम ने चुन कर भेजा वह पौलेसी बनाये, मेरा खेलाफ होगा तो हम आवाज़ उठाये गें। यह “शाखा-फाका” नही है।यानि शाखा मे झूठ बोल सकते हैं मगर सरकार मे नहीं।

एक दूसरे सवाल मे पूछा 2013 के बाद आप नौ साल बाद क्यो रोड पर आ रहे हैं? फैसल साहेब ने कहा “आप तो दोनो चचरे भाई हैं, शायद अपने भाई हैं” उस पर मिश्रा जी ने कहा भाई नही होता है।हम किसान हैं, वह सरकार हैं।

#नोट: जानते हैं मोहिनी मोहन मिश्रा 2013 के बाद क्यो रोड पर आ कर आंदोलन कर रहे हैं? यह जो गुजरात चुनाव के समय “ब्राह्मण भारत छोड़ो” नारा लगा, मिश्रा जी उसी का सरकार के खेलाफ बोखार उतार रहे हैं वरना तो दोनो पिछले महीना तक अपने सगे भाई ही थे।
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Some comments on the Post

Mohammed Seemab Zaman समय बड़ा बलवान होता है। मिश्रा जी 2020 के किसान आंदोलन में भाग नहीं लिया मगर अब यह रोड पर आ गये क्योंकि 2200-2500 साल बाद जब पहली बार इन के भारत छोड़ो का नारा लग गया तो यह रोड पर आ गये।कभी यही लोग बांग्लादेशी और रोहंगिया को घुसपैठिया कहते थे।हम इसी से कहते थे सब्र किजये, सब शाहीन बाग़ की तरह रोड पर आयें गें।

  • BM PrasadMohammed Seemab Zaman सरयह मिश्रा जी RSSप्रायोजित किसान आंदोलन खड़ा कर, मूल आंदोलन को हाईजैक करने के लिए, एक सेफ़टी वाल्व की तरह.

Shahid Samad RSS ka khel

  • Mohammed Seemab Zaman जी भाईजान, यह खेल उन्ही लोगो मे से किसी दूसरे ने किया। अब देखये गा अगले साल।
    • Jagdish Bhambhu, Mohammed Seemab Zaman संघियों के हाथ से निकलने लगा है,, छीन रहे है। तो आफत आन पड़ी संघीयों पर।

Saurabh Prasad ऐसा सवाल कोई बहुजन पत्रकार ही कर सकता है।

  • Mohammed Seemab Zaman, Saurabh Prasad साहेब, जो आप लिखा है, यकीन मानये यही बात हम ने कल कहा। देखा न मिश्रा जी लगे “शाखा-फाका” बोलने लगे। जबकि इन की जिंदगी संघ मे इसी शाखा से शुरू हुआ होगा।

नीरज आनन्द कबीर RSS के करीब 48 अनुसांगिक संगठन है “भारतीय किसान संघ” “भारतीय मजदूर संघ”। जहां भी संघ लगा हो समझ लो वही आरएसएस है। आज के परिप्रेक्ष में मोहिनी मोहन मिश्रा भारतीय किसान क्षेत्र के लिए किसी मोहिनी विषकन्या से कम नहीं है। इन सब का नियंत्रण नागपुरी कार्यालय से होता है यह अब सर्व विदित है।वैसे अब गुजराती बनिया ग्रुप और नागपुरी नागों के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है इसलिए मोहिनी स्त्री रूपी पुरुष को क्या पता विषकन्या बना कर ही भेजा गया हो।