Post of 16th July 2022

1973 मे “योम किपुर” वार के बाद पहली बार सीनेटर जौसेफ बाईडेन सऊदी अरब तेल, गैस और कोल्ड वार (सोवियत संघ) के लिए आये थे और आज पचास साल बाद फिर वही तेल, गैस और कोल्ड वार के लिए आये थे। मगर बाईडेन यहॉ से ख़ाली हाथ लौटे।

बाईडेन ने कहा “let me state clearly that United State is going to remain an active engaged partner in the Middle East. As world grow more competitive and challenge we face more complex…We will not walk away to leave a vacuum filled by China, Russia or Iran…”

बाईडेन ने कहा अमेरिका का इंटेरेस्ट मिडिल इस्ट की तरक्की से जुड़ा है और हम लोग मिडिल ईस्ट को छोड कर नही जायें गें ताकि ख़ाली जगह को चीन, रूस या ईरान भर दे।बाईडेन यह बात Jeddah Security and Development Summit मे GCC, Egypt, Iraq, Jordan के राष्ट्राध्यक्ष के बीच कहा।

बाईडेन जैसे जद्दाह से गये, उस के दस मिनट बाद सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने कहा “we know what we are and we are not solely attached with one super power, we have options”.

आखिर मे बशीर बदर का शेर बाईडेन की नज़र “यह नये मिजाज़ का शहर है, ज़रा फ़ासले से मिला करो”

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कल सऊदी अरब और अमेरिका के बीच 18 नये विषय निवेश, उर्जा, स्वास्थ तथा अंतरिक्ष पर साझा काम करने पर समझौता हुआ जिस मे महत्वपूर्ण समझौता Mars and Moon पर संयुक्त अन्वेषण (joint exploration) का समझौता हुआ।

दुनिया बदल चूकी है और अब 19 तारीख को पुटिन-अरदोगान-रईसी के तेहरान मे मिटिंग पर नज़र रखिये गा।

#नोट: निचे एक तस्वीर है जिस मे जद्दाह के गवर्नर और अमेरिका मे सऊदी सफीर बाईडेन को एयरपोर्ट पर रिसिव करते हुऐ।