हम को ताजुब था बिहार का चुनाव हो रहा है मगर बीजेपी/संघ के कोई नेता पाकिस्तान या कशमीर का नाम नही ले रहे हैं।आखिर पाकिस्तान के नेता को कह कर 18 महीना पूराने मूर्दा “पुलवामा” को क़ब्र से निकलवा दिया।
कल नितीश कुमार चुनाव मे “जिस की जेतनी संख्या उतना हिस्सेदारी” बोल कर फिर रिज़र्वेशन मुद्दा ज़िंदा किया तो अब बीजेपी को पाकिसतान और कशमीर का जिन्न फिर समाज मे ज़हर फैलाने के लिये लाना ही था। मोदी जी आज ले ही आये।
बीजेपी/संघ के लोगो को भारत चीन से शक्तिशाली हो इस की चिंता तो है नही चाहे वह जितनी जमीन हड़प ले मगर केवल कशमीर का माला जपते रहना है और धुर्वीकरण करते रहना है।
कितने अफसोस की बात है, भारत का देशभक्त प्रघानमंत्री चीन के बनाये पटेल की 3000 करोड के मूर्ती के सामने “ऐकता दिवस” मना कर फिर चुनाव का मुद्दा कशमीर और पाकिस्तान याद कर माहौल अपने पक्ष मे बना रहे हैं जबकि चीन पुलवामा मे हमारे करोड़ों रूप्या भारत की जमीन और संप्रभुता (sovereignty) बचाने मे इस कोरोना महामारी और जाड़ा मे खर्च करवा रहा है।
मोदी जी शी जिंपिंग हँस रहा होगा, कृप्या चीन के बनाये पटेल की मूर्ती के सामने खडे नही होईये बलकी उस को गिराईये और मायावती से पूछये भारत मे किस कलाकार से अपनी, काशीराम और हाथी की मूर्ती बनाई थी उसी से पटेल की मूर्ती बनवा कर “ऐकता दिवस” का सैलूट दिजये और आत्मनिर्भर बनाये और देश को शक्तिशाली बनाये।
Facebook Post 31-10-2020