14 April 2023
The Economist, लंदन ने अपने इस हफ्ता के अंक मे एक लेख लिखा है जिस का हेडिंग है, “क्या पश्चिम के देश बाकी दुनिया जीत सके गें?”
रूस-यूक्रेन लडाई मे भारत, चीन, मीडिल ईस्ट तथा अफ्रिका के सभी देश पश्चिम दुनिया का साथ नही दे रहे हैं और 21वीं सदी की महान भू-राजनीतिक (Geopolitics) के बदलाव मे किसी का पक्ष नही ले रहे हैं।
पश्चिम के देश खास कर अमेरिका की अब “चीन-रूस गठबंधन” और चीन द्वारा “सऊदी अरब-ईरान” के तनाव को ख़त्म करने के बाद यह चिंता बढ गई है कि क्या उस का बर्चस्व दुनिया मे सौ साल बाद ख़त्म हो रहा है।
पश्चिम देशो को समझ मे नही आ रहा है कि उन के पास latest technology और weapons है फिर भी मीडिल ईस्ट और उत्तर अफ्रिका के सभी मुस्लिम देश क्यो पश्चिम देशो का साथ छोड रहे हैं? क्या तेल और गैस मे इतनी ताकत है कि यह सौ साल से चली आ रही World Politics का धुर्व बदल दें गें?
#नोट: पश्चिम देशो का बर्चस्व आधी से ज्यादा दुनिया मे क्यो ख़त्म हुआ? इस को समझने के लिए CNN की Correspondent सलमा अबदुल अजीज का वीडिव मस्जिद अल-अक़्सा का देख लें जिस के 1924 से रक्षक (Custodian) जोर्डन के हाशमी बादशाह हैं मगर आज इस्राईल फौज वहॉ खडी है और टूरिस्ट को वहॉ जाने की ऐजाजत भी दे रही है।