Post of 8-12-2020

“ख़ुमार-ए-बलानोश्त, तू और तौबा?
तुझे ज़ाहिदों की नज़र लग गई है” (Shambhu Kumar साहेब ने शेर पोस्ट किया है)

यह वही अखबार सब है जो सात साल से झूठ को सच संघ के ख़ूमार मे लिखता था की भारत “सोलर उर्जा” मे विशवगुरू बन जाये गा। आज लिख रहा है 175 GW सोलर एनर्जी पैदा करने के लिये 3.5 लाख करोड विदेशी पैसा चाहिये जो मिलना ना-मोम्कीन है। क्योकि Fitch rating भारत के Foreign currency repayment rating BBB(-) है। (लिंक कौमेंट मे और रेटिंग का ग्राफ नीचे)

लोगो को याद हो गा मोदी जी ने एक भाषण मे कहा था “फ्रांस के राष्ट्रपति होलांडे ने कहा आप इतनी बडी बडी बात कैसे सोंच लेते हो” आज फ़ाइनेंशियल टाईम्स लिख रहा है भारत मे रिन्युएबल उर्जा का रिटर्न निगेटिव है, बैलेंस शीट मे कमज़ोर है वग़ैरह वग़ैरह।

हम यहॉ लोगो को बताते चले हमारे देश मे 80% उर्जा कोयला से बनता है, एनटीपीसी, अनील रिलायंस एनर्जी, अदानी पावर, जिंदल पावर वग़ैरह। मगर इस हफ्ता का एकोनौमिस्ट लिखता है “Making coal history”. अब सभी देश 2030 तक कोयल से बिजली बनाना बन्द कर दे गें। सब लोग नूक्यूलियर, रिनियूबूल एनर्जी (RE), गैस/ब्लू अमूनिया पावर प्लांट लगाये गें।अब हम लोग सोंचे अगले 2-5 साल मे भारत मे कितना बडा बिजली संकट पैदा होगा।
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आज वित्तमंत्री निर्मला सितारमण ने कहा है “बजट के घाटा (fiscal gap) से नही डरना है, सरकार पैसा खर्च करे गे”। सितारमण साहेबा सात साल मे आप लोग चुनाव मे सब पैसा उडा दिया, 20 बैंक और RBI का पैसा खॉ गई। अब पैसा कहॉ है जो खर्च किजये गा? अगले साल तेल का दाम बढ़े गा, चीन गलवान और अरूनाचल मे दारू पी कर नाच रहा है।आप का 2021-22 का बजट “जुमला यानि झूठ” होगा।

निर्मला साहेबा बीजेपी सरकार को “ज़ाहिदो” की नजर लग गई है। अब आप के संघ की बीजेपी सरकार को मंचूरिया नस्ल से बचना है तो “गोदी मिडिया” छोड कर तौबा किजये और “ज़ाहिदो के गोदी मे बैठेये” और लव को आम करने का जेहाद करे! जय हिन्द.

#MODI’S 175 GW GREEN ENERGY TARGET FOR 2022 LOOKS A DISTANT DREAM: FINANCIAL EXPRESS