Post of 29 May 2023

1980-90 के दशक में यूरोप में कोई पत्रकार या मीडिया तुर्की की कोई खबर नहीं छापता था, क्योंकि उन लोगों के नज़र में तुर्की की कोई अहमियत नहीं थी।

मगर जब 2003 से अरदोगान तुर्की के सत्ता में आये तो उन्होंने तुर्की को नई दिशाएँ दीं और फिर यूरोप की मीडिया ने उन के बारे में नकारात्मक बातें गढ़ना शुरू किया।

तुर्की पिछले बीस साल में उसी तेज़ी से तरक़्क़ी किया है, जिस तेज़ी से चीन ने पिछले बीस साल में विकास किया, दोनों देश विश्व राजनीति में एक धुरी बन कर सामने आ गये।

अरदोगान पुटिन के एक अच्छे दोस्तों में से एक हैं और तुर्क होने के नाते सेंट्रल एशिया तथा अज़रबाइजान के नेताओं के बहुत अच्छे दोस्त है मगर वह चीन के राष्ट्रपति शी जिंपिनग से एक दूरी बना कर रखते हैं।

रूस-यूक्रेन लड़ाई के कारण तुर्किया का बोस्फोरस जो ब्लैक सी को मेडिटरेनीयन सी से जोड़ता है उस का महत्व यूरोप के राजनीति में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।

The Telegraph, London ने आज लिखा है कि अरदोगान की जीत ने यूरोप को “राहत की सांस” दिया और कल रात से ही यूरोप के सारे राष्ट्राध्यक्षों ने जल्दी जल्दी अरदोगान को जीत की मुबारकबाद देना शुरू कर दिया।

उम्मीद है कि अरदोगान एक “वैश्विक संतुलक” बन कर उभरे गें, रूस-यूक्रेन लड़ाई में एक मध्यस्थ बने गें, तुर्की यूरोप के लिए रूस के तेल और गैस का केन्द्र बने गा, आर्मेनिया नागोर्नो काराबाख़ पर आज़रबाइजान की संप्रभुता तीस साल बाद मान लें गा, तुर्की से मीडिल ईस्ट के देश Strategic Partnership करे गें, सेंट्रल एशिया के देश एक ताक़त बन कर फिर उभरें गें, तुर्की एशिया मे चीन को Counter balance करे गा आदि इत्यादि बहुत अच्छी घटनायें दूसरे विश्वयुद्ध के बाद घटें गीं।

#नोट: नीचे पिछले हफ़्ता अरदोगान ने CNN के Becky Anderson को एक साक्षात्कार दिया था, उस का एक अंश सूने।
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Mohammed Seemab Zaman आज अगर अरदोगान तीसरी बार तुर्की के राष्ट्रपति नहीं बनते तो ओबामा के अरब स्प्रिंग के बाद जो एशिया और दुनिया की राजनीति तेज़ी से बदली थी, वह भविष्य में सफल नहीं हो पाती।

इंशाअल्लाह अब हालात बहुत सुधरें गे, सीरिया के शरणार्थियों की वापसी कतर द्वारा बनाये $1 billion के नये मकान में सीरिया वापसी होगी, इराक़ $14 billion में रोड और रेल लाईन बना और बिछा कर इराक़ को वाया तुर्की यूरोप से जोड़े गा, लिबिया फिर Arab League तथा OPEC का महत्वपूर्ण देश बन कर सामने आये गा, अफ़्रीका में शांति होगी…..