आज रूस के राष्ट्रपति ने एक प्रेस क्लब के साक्षात्कार मे कहा कि चीन और जर्मनी दुनिया मे राजनीतिक और आर्थिक तौर पर सुपर-पावर बन कर उभरे हैं क्योकि अमेरिका, फ्रांस और इंगलैड का असर व रसूख़ दूनिया मे ख़त्म हो गया है।(कृप्या मेरा 26-31 जुलाई का पोस्ट पढ लें जिस मे हम ने चीन और जर्मनी तथा रूस, तुर्की, सऊदी अरब, यूऐई, ईरान, कजाकिस्तान, उजबेकिस्तन और तुरकमिनिस्तान को 21वी शताबदी का विश्व राजनीति और अर्थव्यवस्था का सुपर पावर लिखा था)

पुटिन ने इसी साक्षात्कार मे कहा के नागोरनो कराबाख के लड़ाई मे रूस और तुर्की के बीच मेतभेद है फिर भी रूस और तुर्की समझौता कर सकते हैं। पुटिन ने कहा राष्ट्रपति अरदोगान बहुत सख़्त आदमी है मगर वह लचीले राजनीतिक भी हैं और मेरे अच्छे विश्वसनीय दोस्त ओर पार्टनर हैं। पुटिन ने कहा मेरे सूचना के मोताबिक अरमेनिया और आईजरबाईजान के लड़ाई मे अब तक 5000 आदमी मर चूके हैं जबकि हम ने दो बार युद्धविराम कराने की कोशीश की।

पुटिन ने कहा शुक्रवार को अरमेनिया और आईजरबाईजान के विदेश मंत्री अमेरिका के विदेशमंत्री पौम्पिव से मिले गे और हो सकता है कोई समझौता हो जाये।

आज आईजरबाईजान के राष्ट्रपति ऐलहाम अली ने ट्विट कर कहा उनहोने 20 गॉंव नागोरनो कराबाख मे कब्जा कर लिया है और ईरान-आईजरबाईजान का पूरा बोडर को भी 27 साल बाद अपने कब्ज़ा मे सुरक्षित ले लिया है। राष्ट्रपति ने कहा वह बहुत जल्द पूरा काराबाख को कब्जा कर ले गे।

नोट: मेरा अपना ख़्याल है अमेरिका मे कोई बात नही बने गी और एक हफ्ता और लड़ाई चले गी और अन्त मे अरमेनिया झूके गा क्योकि पुटिन भी यह लड़ाई ख़त्म करना चाहते हैं जैसे लिबिया मे तुर्की के साथ दे कर फ्रांस और अमेरिका को बाहर कर दिया और जेनरल हफ़्तर रासते पर आ गये।

Facebook Post of 22 October 2020