Post of 19 May 2023
*चीन के ऐतिहासिक शहर शीआन (Xi-an) में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा आयोजित “चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन (18-19 मई)” मे मध्य एशिया के पॉच देशो उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान और कजाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष चार दिन से मौजूद हैं।
छह नेताओं की पहली व्यक्तिगत बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने स्वयं कई अहम राजनीतिक और द्विपक्षीय दस्तावेज पर हस्ताक्षर किया।चीन-मध्य एशिया शिखर सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य चीन का इन देशो से तेल, गैस, बिजली (30-40%) प्राप्त करना है क्योकि साऊथ चाईना समुंदर मे अमेरिका द्वारा संकट पैदा होने पर चीन को तेल और गैस की आपूर्ति सुरक्षित रहे।
*आज G7 देशो की दो दिन की बैठक मे भाग लेने अमेरिका, फ्रांस, इंगलैण्ड, ईटली, जर्मनी, कनाडा के राष्ट्राध्यक्ष जापान मे पहुचें हैं।इस बैठक का अहम मुद्दा यूक्रेन लडाई तथा बर्बाद अर्थव्यवस्था पर विचार विमर्श करना है।
आज से शुरू होने वाली G7 के बैठक मे इंडोनेशिया, साऊथ कोरिया, वायटनाम, औस्ट्रेलिया, भारत, कुक द्वीपसमूह, कोमोरोज़, ब्राज़ील तथा यूक्रेन के भी राष्ट्राध्यक्ष को अतिथि के रूप मे जापान ने बोलाया है।
*आज सऊदी अरब के शहर जद्दह मे 21 अरब देशों के राष्ट्राध्यक्षों की बैठक हो रही है जिस मे यूक्रेन के ज़ेलेंस्की भी जद्दह पहुँच गये हैं।
अचानक एक ही समय मे दुनिया के तीन महत्वपूर्ण समूह के बीच यह तीन सम्मेलन दुनिया को एक “सार्थक संकेत” (Meaningful Signals) भेज रहे हैं।यह समूह महत्वपूर्ण राजनीतिक भागीदारी (Strategic Partnership) के रूप मे एक हो कर 21वीं सदी मे बहुध्रुवीय दुनिया मे अपनी पहचान बनाने में आज सफल हो रहे है।
#नोट: अफ़सोस है कि चंद्रगुप्त, अशोक, रज़िया सुलतान, बाबर, शेर शाह, अकबर, शाहजहाँ और औरंगज़ेब का भारत आज अकेला है और दुनिया के किसी समूह का नेतृत्व नहीं कर रहा है।कहॉ हैं अभी के भारत के कथित हिन्दी भाषी (Vernacular) दार्शनिक, बुद्धिजीवी, पत्रकार, जो विश्वगुरू का सपना देख और देखा रहे थे?