Post of 2nd February 2022
रेयर अर्थ मेटल्स जिस को हिन्दी मे दुर्लभ पृथ्वी धातु या कतिपय धातु हम लोग कहते हैं, वह मेरा पड़ोसी चीन दुनिया का 85% पैदा करता है और कल चीन के नये वर्ष के उपलक्ष्य पर चीन सरकार ने इस साल 20% अधिक बनाने का आदेश कम्पनी को दिया है।
यह दुर्लभ धातु चीप्स तथा सेमी कंडक्टर बनाने मे काम आता है।बिजली से चलनी वाली कार की बैटरी हो या सोलर उर्जा तथा कम्प्यूटर, मोबाईल आदि इत्यादि बनाने मे यह बहुत महत्वपूर्ण धातु है।
सऊदी अरब जिस की आबादी मुम्बई से कम है, उसकी तेल की कम्पनी Aramco पिछले हफ्ता जापान की कम्पनी #Yokogawa से सऊदी अरब मे चीप्स (Chips) बनाने का partnership/साझेदारी किया है।
अबू धाबी की कम्पनी अमेरिका मे सेमीकंडक्टर बनाने की सब से बडी कम्पनी है।सऊदी अरब अगले पॉंच साल मे रेयर अर्थ मेटल्स उत्पादन मे चीन के बाद दुनिया का दूसरा बडा मूल्क होगा।
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हम गौरवमयिए हैं कि मेरे लोगों ने जो सरकार चुनी है वह क्रिपोटोकरेंसी पर बजट मे डंका पिटती है जबकि यह मेरी खुद की बनाई करेंसी नही है, यह एक विदेशी करेंसी है।जिन लोगो ने यह सरकार बनाई उन को शरम भी नही आई इस मुद्दा पर टीवी मे बहस कराने पर।यह तो बजट का मुद्दा ही नही होना चाहिए था।
बजट का मुद्दा आमदनी और खर्च से रोज़गार पैदा करने का होना चाहिए था।देश मे चीन द्वारा सीमा पर तॉंडव के खेलाफ रक्षा मद मे वित्त आवंटन का ज़िक्र होना चाहिए था मगर क्रिपोटोकरेंसी पर बजट केंद्रीकृत रहा।
जो लोग देश प्रेमी हैं और भारत के उद्योग पर नजर रखते हों गे उन को याद होगा 2005 मे TATA ने इसी जापान की उर्जा कम्पनी Yokogawa से साझेदारी किया था मगर 2007 मे वह शेयर बेच कर चला गया।अब Aramco-Yokogawa का बना Chips भारत मे इमपोर्ट होगा।
किसी ने क्या खूब लिखा “संघ एक महायात्रा है जो अनंत है”
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Some comments on the Post
Md Iqbal टाटा ने जापानी कंपनी डोकोमो से मिलकर टाटा डोकोमो भी लांच किया था वो भी स्वर्गवासी हो गया
- Mohammed Seemab Zaman इतना न तॉंडव किया Jio ने कि टाटा ने डोकोमो को $1 billion कैश देकर इज्जत से अलवेदा कर दिया। आज डोकोमो होता तो 5G भारत मे टाटा लौंच करता। आज झक मार कर टाटा को Air India दे दिया।
Ashutosh Chandra Thakur बेहतरीन पोस्ट सर, ये लोग दीमक है । अंदर ही अंदर देश को खोखला करते जा रहे हैं और एक बड़ी आबादी को इसका आभास हुआ नही है अभी तक. हर बजट में जुमला पे जुमला, पिछले तीन सालों से इनके बजट के अनुसार एक फूटी कौड़ी का इन्वेस्टमेंट नही हुआ. कुछ छोटे छोटे स्टार्टअप खुले मगर ये अंबानी और अडानी की जोड़ी उसे भी सरवाइव नही होने देगी. वेस्ट बंगाल के हल्दिया पोर्ट से बहुत बड़ा रेवेन्यू generate होता था, उसे भी अदानी अब हथिया लेगा
- Mohammed Seemab Zaman कम से कम आप जैसे लोग मेरा पोस्ट पढ कर देश की बरबादी को अब समझने लगे। यह मेरे लिए खुशी की बात है। मेरा क्या हम ने ज़िन्दगी गुज़ार दी मगर अब बच्चो का क्या होगा, यह सोचना है।यह Yokogawa को कितने लोग जानते हों गे जो आज भक्त बने राष्ट्रवादी बने घूम रहे हैं। आज अगर यह भारत मे होता तो देश को बहुत फायदा होता मगर कुछ लोगो के स्वार्थ ने टाटा को मजबूर कर दिया विदेश मे पैसा लगाने पर और वह आज इंगलैड मो स्टील और कार की कम्पनी का मालिक हो गया।
चौधरी सर किसी को भी देश की चिंता नहीं हैअभी एक व्हाट्सएप ग्रुप में कुछ कर्मचारियों रो रहे थे कि टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं हुआ इतना सारा टैक्स देना पड़ेगा तो उसमें अधिकतर लोग कह रहे थे देश हित में टैक्स देना चाहिए यह हालत है यहां के लोगों की2016-17 तक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 51 मिलियन लोग काम करते थे मेक इन इंडिया के तहत मोदी ने कहा कि हम इसको 100 मिलियन तक ले जाएंगे लेकिन आज 27.1 मिलियन लोग ही मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में काम कर रहे हैं ऐसा देश हित भी मोदी के द्वारा दिया गया लोगों को कबूल है
- Mohd Chaudhary, चौधरी सर वैसे लोगो के लिए आज भी मुख्य मुद्दा मुस्लिम ही है चाहे नंगे हो जाये चलेगा.
Swaleen Gehlot बेहतरीन लिखा है पर जब तक हम पढ़ कर समझेंगे तब तक एक-दो बार और ऐसी ही सरकार चुन लेंगे
- Mohammed Seemab Zaman हम 5-6 साल से यह सब लिख रहे हैं मगर लोग हम को हल्के मे लेता था। अब सब को नजर आ रहा है। बूरा नही मानये गा, अभी तो और बूरा दिन आने वाला है।
Mozaffar Haque “संघ एक महायात्रा है जो अनंत है”…. जिस की कोई मंज़िल नहीं है …मतलब “भटकती आत्मा” है .. मोक्ष नहीं है.
- Mohammed Seemab Zaman सही कहा यह ओपन एंडेड यात्रा है। दार्शनिक आत्माऐं आये गी और भटकती रहें गी, कभी मोक्ष प्राप्त नही होगा। यह यात्रा अनंत है।
- Shambhu Kumar, Mozaffar Haque ओपन एंडेड स्कीम हैदेसी में समझिए साहेब.
Skand Kumar Singh भारत में इस समय सेमी कन्डक्टर की सप्लाई बहुत कम है।मार्किट में भारी कमी है।शायद हम चीन से नहीं लेना चाह रहे हैं।
- Mohammed Seemab Zaman सेमी कन्डक्टर की पैदावार से ज्यादा डिमांड है। यह जो आप रोज़ logistics problem सून रहे हैं उस की एक वजह सेमी कन्डकटर की कमी भी है। एलेन मस्क बिजली वाली गाड़ी बनाना कम कर दिया है क्योकि उस को चिप्स नही मिल पा रहा है। भारत मे यह बाहर से आता है, यहॉ तो कमी होना ही है।