Post of 3rd April 2023
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने 15 साल और $75 billion खर्च कर अपना पैसिंजर हवाई जहाज़ C919 बना लिया जो पहला अंतरराष्ट्रीय उड़ान सिंगापुर के लिए करे गा। चीन की जहाज़ कम्पनी Comac अमेरिका के Boeing और यूरोप के Airbus के बाद दुनिया की तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई जहाज़ की कम्पनी हो गई।
भारतीय वरिष्ठ बुद्धिजीवी और पत्राकार 2014 से हम लोगों को सपना देख और देखा रहे थे कि गुजरात मॉडल के सरकार के बाद भारत को अमेरिका और यूरोप “विश्वगुरु” बना देगा। 2014 से 2019 तक प्रधानमंत्री ने हर हफ़्ता विदेश यात्रा कर 99 देश का परिक्रमा किया, मगर पिछले दस साल मे कोई विदेशी “मल्टीनेशनल कम्पनी” भारत नहीं आई और न “वहाबी देश” ने भारत में कोई निवेश किया, जहाज़ बनाना तो बहुत दूर की बात है।
आज NATO के अध्यक्ष स्टोल्टेनबर्ग ने कहा है कि यूरोप कल Indo-Pacific देश जापान-साऊथ कोरिया-न्यूज़ीलैण्ड-आस्ट्रेलिया के साथ बैठक कर यूरोप तथा इंडो-पैसिफ़िक की सुरक्षा पर रणनीति बनाया गया। अफ़सोस की बात यह है कि स्टोल्टेनबर्ग इंडो-पैसिफ़िक बोले मगर इंडिया का नाम नहीं लिया।
2014 के बाद भारत के अंधे हो गये दिल विश्वगुरु का सपना देखा रहा था तो हम 21 मई 2016 को लिख दिया था दस मोदी जी और दस नितीश कुमार भी भारत को विश्वगुरु या आर्थिक शक्ति नही बना सकते हैं क्योंकि अमेरिका, यूरोप या रूस अब भारत को दूसरा चीन नहीं बन्ने दे गा क्योकि राम मंदिर, 370, एनआरसी, गाय-गोबर, लिंचिंग कर हम ने अपना भविष्य का चेहरा दुनिया को देखा दिया।
ट्रम्प ने 2017 मे राष्ट्रपति बन्ने के बाद 2017 मे ही चीन को सुपर-पावर बना दिया था और हम से “हाऊडी मोदी” और “नमस्ते ट्र्म्प” करवाता रहा। अब तो रूस-यूक्रेन जंग और इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों के मार-काट ने द्वितीय विश्वयुद्ध (WW II) के बाद के सुपर पावर अमेरिका और यूरोप का अन्त कर दिया।
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Post of 21 May 2016
Ten Modis or ten Nitesh will not make India economic power, till the present BJP government in India will not show to the world that “sub ka sath sub ka vikas” is now Vision of India, with action not “Nare Bazee”.
India was in much better position till 1976 to China (death of Mao and cultural revolution). During 1986-1992 both the countries were in turmoil, one was fighting for development and openness while India was agitating for Ram Mandir. China did Tiananmen Square massacre in 1989 and gave signal to the world that they want peace and development and Deng Xiaoping started development in 1992. India gave signal to the world by demolishing Babri mosque in 1992 that they are not interested in development but communal politics of our particular political party.