दुनिया के चिकित्सक और वैज्ञानिक का कहना है पूरे दुनिया मे इस साल करोना ख़त्म नही हो गा क्योकि वैकसीन अधिक मात्रा मे उपलब्ध नही है। WHO ने कहा है अगले 6 महीना हालत खराब रहे गा।
Pfizer-BioNTech जिस का वैकसीन कोरोना को रोकने मे 96% कामयाब है उस ने कहा है वह इस साल 1.2-2 billion वैकसीन बनाये गा ताकि यूरोप, मिडिल इस्ट और अमेरिका की अर्थव्यवस्था 2022 मे संभल जाये। जर्मनी और ब्राज़ील रूस का Sputnik-V (90% कामयाब) वैकसीन अपने देश मे बना रहे हैं।चीन इंडोनेशिया तथा इजिप्ट मे Sinovac और Sinopharm (80% कामयाब) वैकसीन बना कर एशिया और अफ्रिका मे बॉट रहा है।
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इस कोरोना के आपदा को अवसर मे बदलते हुऐ चीन 59 साल मे तीसरी बार भारत मे “वसुधैव कुटुम्बकम” हो गया और हमारे प्रिये नेता मोदी जी ने कोरोना और चीन के गलवान मे आपदा को अवसर जान कर तीन कृषि बिल ला कर सुपारी गैंग के हुक्म का पालन किया।कोरोना, गलवान, कृषि बिल संघ और मोदी जी के लिये “महा-आपदा” हो गया जिस को न अब कोर्ट रोक सकता है न ही सरकार। कोर्ट ने आज बिल के “अमल पर अस्थायी” रोक लगा दिया है।
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चीन ने आपदा को अवसर मे बदलते हुऐ (-) 40 डिग्री पर बर्फ़ मे भी चलने वाला हाई स्पीड ट्रेन (375 km/h) शंघाई से गलवान तक बना दिया (लिंक कौमेंट मे देखें)। कौवैत ने कोरोना को देखते हुऐ जमीन के अंदर “Dilmunia Mosque” बना रहा है और दुबई “Gaia floating resort” बना रहा है।मोदी जी (-)70 डिग्री पर वैकसीन रखने वाला फ्रीज या हवाई जहाज तो नही बनाया मगर मड़ई वाला किसान भवन बनवा दिया।