Post of 26th october 2021

लिजये, अब तक तो हम ही लिखते थे मोगल और अंग्रेज़ के बनाये शहर, रोड, महल, रेलवे स्टेशन का नाम-पता बदल कर हम लोग नफरत फैला कर गर्व करते हैं मगर अब तो दुनिया ने #शोध कर लिखना शुरू कर दिया।

एक ब्रिटिश पत्रकार जेम्स फ़ौक्स ने थेसिस लिख कर Russia Today (RT) मे लेख लिखा है कि हिन्दुत्वा राष्ट्रवादीयों ने “अपने हिसाब से संस्कृति लिखना” नाम पता बदल कर शुरू कर दिया ताकि मुस्लिम और ब्रिटिश विरासत (legacy) को हमेशा के लिय मिटा दिया जाये।जेम्स ने कुछ उदाहरण दिया है:

#जेम्स लिखते हैं 443 साल पुराना मोगल सम्राट अकबर का बनाया इलाहाबाद शहर का नाम बदल कर प्रयाज्ञराज #paste किया गया।

#बौमबे का नाम बदल कर मुम्बई, बनारस को वाराणसी या यूनाईटेड प्रोविंस ब्रिटिश नाम बदल कर उत्तर प्रदेश, औरंगजेब रोड को अबदूल कलाम रोड रख कर इतिहास बदलने की होड़ लगी है।

#Indian Council for Historical Research ने 387 मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी का नाम #delete करने को कहा है।

#ब्रिटिश संस्कृति मिटाने के चक्कर मे Mount Harriet National Park का नाम बदल कर Mount Manipur अक्टूबर मे कर दिया, जबकि उस पार्क को ब्रिटिश आर्टिस्ट Harriet Tytler ने बनाया था। मगर भारतीय अब भी ब्रिटिश के अंग्रेज़ी जबान को पढते और बोलते हैं।

#बडी बात यह लिखी है कि शब्द “गोरख धंधा” को हरियाणा सरकार गैर-कानूनी शब्द कह कर इस्तमाल #cut (बंद) कर रही है क्योकि 12वी शताबदी मे गोरखनाथ नाम के कोई हिन्दु साधु-महात्मा थे।

जेम्स लिखते हैं कि मोगल का बनाया आगरा शहर, फ़तह पुर सीकरी, ताजमहल देखने हर साल 80 लाख पर्यटक देश-विदेश से आते हैं। दिल्ली का क़ुतुब मिनार यूनिसको का विश्व विरासत है मगर 70 साल मे मोगल के विरासत का नाम पता बदल कर नफरत फैला कर गर्व करने वाली संस्कृति और सभ्यता बना रहे हैं।

https://www.rt.com/op-ed/538453-india-cancel-culture-saffronisation/?fbclid=IwAR1gNA5bJjVZkD_qYKC59pJav1Fe-f3hNRXWzZBm7fOLzao6znHXM-IlCAU