Post of 31-12-2021
साल के अन्त मे चीन ने हम सब देशवासियों के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण खबर दिया है, चीन ने अरूनाचल प्रदेश का नाम-पता बदल कर “ज़ैंगनान” और 14 जगह का चाईनिज़ नामकरण कर दिया है। यह बहुत अफ़सोसनाक और खेदजनक बात है। इस की जितनी भर्त्सना की जाय कम है।
चीन ने नाम-पता बदलना हम लोगो से सिखा है।आजादी के बाद हम लोग मोगल बादशाहो और अंग्रेज के बनाये शहर, रेलवे स्टेशन, बंदरगाह, रोड, दवा, आदि इत्यादि का “नाम-पता” बदल कर नफरत फैला कर गर्व करने की आदत समाज मे पैदा किया था। चीन अब वही टेकनिक हम लोगो के साथ अपना कर गर्व कर नफरत फैला रहा है।
शहजादा सलीम जोगी चार साल मे उप्र मे मोगल और अंग्रेज के बनाये 23 धरोहर, शहर, रेलवे स्टेशन, रोड, गली का नाम पता बदल कर नफरत फैला कर नया इतिहास बना कर गर्व करना सिखाया है और चीन उसी कड़ी मे अरूनाचल प्रदेश का नाम “ज़ैंगनान” रख कर नया इतिहास लिखा है।चीन ने अरूनाचल प्रदेश के आठ छोटे शहर, चार पहाड़ी, दो नदी का नाम बदल कर चाईनिज़ नाम कर दिया है (लिंक कौमेंट मे पढें)
शर्म की बाद यह है कि हम लोग यूएनओ या दोस्त देश इंग्लैंड या सेंट्रल एशिया के देश से गुहार भी नही लगा सकते हैँ क्योकि हम लोगो ने बम्बई के वीटी सटेशन का नाम बदल कर शिवाजी महाराज ट्रमिनस कर दिया है।तुर्क नस्ल के बादशाह सम्राट अकबर का बनाया शहर इलाहाबाद जहॉ अंग्रोजो का बनाया उप्र का हाई कोर्ट है का नाम-पता बदल दिया।इसी महीना अंग्रेजों का बनाया “झाँसी” रेलवे स्टेशन का नाम बदल कर खूब लड़ी मर्दानी कर दिया।
जो बीज बोईए गा वही फ़सल काटिये गा।अल्लाह रहम करे “हवाएँ भी मुस्कुराऐं गीं”
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