Written on 28 March 2025
द्वितीय विश्वयुद्ध (WWII) के बाद, 1973 के अरब-इसराइल जंग से उत्पन्न तेल संकट तथा 1979 मे राष्ट्रपति बरेज़नेव के अफ़ग़ानिस्तान मे बेवक़ूफ़ी की वजह कर “दुनिया और देश” बदलने लगा।
अरब दुनिया के तेल का पैसा, पश्चिमी ताक़तें और पाकिस्तान की रणनीति ने 1989 मे सोवियत संध का पराखचा उड़ा दिया। उस के बाद “पश्चिमी ताक़तें” ने मिडिल ईस्ट मे मार-काट की सियासत 2011 अरब स्प्रिंग तक जारी रखा और अभी इसराइल में अपने आखरी मरहला में है……..
#मुस्लिम दुनिया सौ साल (1876) बाद, 1973 तेल के बढ़े दाम से अपनी “घरेलू निज़ाम” (Domestic Order) को बदलना शुरू किया।आज 50 साल बाद मिडिल ईस्ट unprecedented developments कर दुनिया का दो-तिहाई दौलत उन के पास मौजूद है।
#सोवियत संघ 1979 में अफ़ग़ानिस्तान में आया और उसी साल (1979) ईरान में “इस्लामिक रिवोलूशन” हुआ और ईरान के बादशाह शाह पहलवी की हुकूमत ख़त्म हुई। दूसरी आलमी जंग के बाद ईरान दुनिया का पहला मुल्क था जिस ने अपना “डोमेसटिक ऑर्डर” (Domestic Order) को बदला।
#ईरान के बाद रूस दूसरा मुल्क था जिस ने 1992 के बाद अपना “Domestic Order” बदला और कम्यूनिस्ट अर्थव्यवस्था को त्याग कर “कैपिटल्सिट एकोनोमी” (Capitalist Economy) बना। 1992 मे 53 साल बाद सऊदी अरब में अपना दूतावास खोला और 2015 मे OPEC+ का सदस्य बन कर $100 billion का तेल बेचने लगा।
#सेंट्रल एशिया के पॉच “टर्किक स्टेट” (Turkic States) सौ साल बाद 1992 मे रूस से अलग हो कर फिर आज़ाद हुऐ जो तेल, गैस और यूरेनियम से माला माल है, अपने “Domestic Order” को बदला और कम्यूनिस्ट अर्थव्यवस्था को त्याग कर “कैपिटल्सिट एकोनोमी” बना दिया।
#रूस के टूटने के बाद चीन ने अपने “Domestic Order” को 1989 Tiananmen Square के ख़ूनी विद्रोह के बाद पंडित नेहरू के “Mixed Economy” की Public & Private sectors अर्थव्यवस्था को अपना कर बदलना शुरू किया और आज 35 साल बाद दुनिया का $20 trillion का Economic & Military Power हो गया।
#भारत, 1992 बाबरी मस्जिद कांड के बाद भारत रत्न नरसिम्हा राव ने चीन को ज़मीन देकर LOC को LAC बना कर भारत का नक़्शा बदल दिया और पंडित नेहरू के “mixed economy” से हट कर Service Sector को अपना कर Domestic Order बदलना शुरू किया।
संघ के प्रचारक रहे अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व मे 1998 में संघ की पहली सरकार भारत मे बनी। वाजपेयी ने संघी होने के बावजूद देशभक्ति मे पाकिस्तान से दोस्ती कर “India Shining” करने का प्रयास किया मगर विफल रहे।
#यूरोप दुनिया का तीसरा देश बना जो 1993 में European Union बना कर अपने Domestic Order में नई जान फूँकना चाहा। मगर, यूरोपियन यूनियन (EU) ने तीन बड़ी ग़लती कर दिया;
पहला अमेरिका के नेतृत्व में अफ्रिका से लेकर मिडिल ईस्ट मे मार-काट जारी रखा, दूसरी ग़लती रूस के तेल और गैस पर निर्भर हो गया, तीसरा चीन के मैन्युफ़ैक्चरइंग अर्थव्यवस्था पर निर्भर रहा।
इस तीन बड़ी ग़लती ने यूरोप को economically & militarily बर्बाद कर दिया और रूस ने 1939 के बाद फिर यूरोप (यूक्रेन) पर जंग थोप दिया।
#अमेरिका 2017 में नमस्ते ट्रम्प के कार्यकाल में अपने Domestic Order को बदलना शुरू किया मगर कोरोना महामारी ने रुकावट पैदा कर दिया। नमस्ते ट्रम्प 2.0 ने फिर अपने डोमेस्टीक ऑर्डर को बदलना शुरू किया है मगर सफलता नहीं मिले गा क्योंकि दुनिया का वर्ल्ड ऑर्डर चीन और मिडिल ईस्ट के मुस्लिम देशों तथा तुर्की ने बदल दिया।
#Note: चीन अपना Domestic Order बहुत सफलता के साथ बदला और आज दुनिया के $120 trillion economy मे $20 trillion का योगदान कर रहा है। इस पोस्ट को Part-II संघ की विफलता पर होगा।
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