आदरणिय विश्व प्रसिद्ध, धारा प्रवाह मधुर भाषी दार्शनिक डाक्टर मोहन जी कृप्या जागये और एशिया के मुख्य धारा मे बहना सिखये क्योकि कल देखा बाईडेन-पुटिन समीट कामयाब नही हुआ। दोनो एक दूसरे से मूँह चोरा रहे थे क्योकि अमेरिका के पास पूराने दोस्त (Allies) कम हो गये और रूस सिरिया मे कामयाबी के बाद भी अरब देशो को अपना अच्छा दोस्त नही बना पाया।
मोहन जी अब तीसरा खेलाडी शि जिंपिंग दुनिया मे पैदा हो गया है।आप को पता है शि जिंपिंग के मूँह और पेट दोनो मे दॉत है, वह कुतर देता है।शि जिंपिंग मेरा पड़ोसी है और बेल्ट एंव रोड (BRI) से एशिया-अफ्रिका मे अपना बहुत दोस्त बना लिया हैं।रूस के पास चीन से कम दोस्त हैं।
डॉ० मोहन जी देश मे सरकार आप की है, लिंचिंग बंद करवाईये क्योकि अपनो को मार और जला कर, इतिहास साक्षी है कोई विश्वगुरू नही बना है। अरब स्प्रिंग वाटर का दाम बढ़ने के कारण कोविड के बाद भारत के अर्थव्यवस्था की रिकवरी V-Shape नही होने जा रही है।बहुत बूरा दिन आने वाला है।आप की सरकार दिसंबर तक रोज एक करोड लोगो को वैकसीन देने मे सक्षम नही है और न आप के सरकार का एशिया या अफ्रिका मे कोई दोस्त है जो सस्ता स्प्रिंग वाटर दे या इंफ़्रास्ट्रक्चर मे निवेश करे।
मोहन जी आप बौद्धिक क्षत्रीय हैं, ठीक कर रहे हैं उप्र को चार राज्य मे बॉट रहे हैं। कृप्या महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश को भी बॉट दिजये ताकि किसी जाति विशेष का बर्चस्व किसी राज्य मे नही रहे और सब लोग एक दूसरे पर आश्रित रहें।
मोहन जी भारत 80% स्प्रिंग वाटर अरब और ईरान से खरीदते हैं और आठ ही दिन का वाटर रहता है।आप को पहले भारत को खुद्दार (आत्मनिर्भर) बनाने के लिये भारतीय समाज मे आत्मसात्करण (मिल कर रहना, assimilation) करना होगा ताकि अरब से दोस्ती हो सके फिर सिकंदर बन कर विश्व गुरू बन्ने का सपना देखये या देखाईये गा। आप की नजर ईक़बाल का एक शेर,
“पहले खुद्दार तो मानिंद सिकंदर हो ले
फिर जहॉ मे हवस शौकते दाराई* कर”
(#नोट: गौर से पढ़िये गा इस पोस्ट को और खूब शेयर किजये ताकि लोगो की ऑख खूले।*दारा ईरान का बादशाह था)