Post of 30 March 2024
इस शताब्दी मे पिछले दो साल में दुनिया में दो बड़ी घटना घटी: पहली फ़रवरी 2022 मे “आतंकी रूस” का यूक्रेन पर आक्रमण और दूसरा “आतंकी अमेरिका” का फलस्तीन मे अक्टूबर 2023 के बाद का आतंक।
आतंकी अमेरिका और रूस का फलस्तीन और यूरोप मे कत्ल-व-ग़ारत पश्चिमी देशों के सौ साल बाद ज़वाल का कारण बने गा और चीन को दुनिया का सुपर-पावर बना दे गा।
पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टुस्क ने चेतावनी दी है कि यूरोप “pre-war stage” में है, यानि दूसरे विश्वयुद्ध (WW II) के पहले के दौर से गुज़र रहा है। डोनाल्ड टुस्क कहते हैं कि “यूरोप को रूस द्वारा उत्पन्न खतरे का सामना करने के लिए तैयार होने से पहले उसे अभी भी “लंबा रास्ता तय करना है”
पोलैंड की सीमा जर्मनी और रूस से मिलती है या यू कहिये यह पोलैंड रूस और जर्मनी के बीच एक sandwiched nation है जो 1989 मे सोवियत संघ के टूटने के बाद रूस से आज़ाद हुआ। पोलैंड ने फ़रवरी 2022 मे “आतंकी रूस” के यूरोप (यूक्रेन) पर आक्रमण के बाद यूक्रेन से भागकर आए लाखों यूक्रेनियों को अपने यहॉ पनाह दिया है।
यह दोनों घटना द्वितीय विश्वयुद्ध की लड़ाई को याद दिलाता है, फ़र्क़ सिर्फ़ यह है कि जर्मनी ने यहूदियों का नरसंहार किया और आज अमेरिका फलस्तीनियों का नरसंहार अमेरिकी बम और मिज़ाईल से कर रहा है।
आज Parmod Pahwa (prp) साहेब ने पोस्ट किया है कि चीन की सेना पाकिस्तान में अपने CPEC योजना (बेल्ट और रोड इनिश्एटिव, BRI) में कार्यरत कर्मियों को अपनी सैन्य सुरक्षा दे गी यानि अब चीन की सेना पाकिस्तान में आधिकारिक रूप से आ जाये गी।
अफ़ग़ानिस्तान मे चीन मेडिकल तथा इंजीनियरिंग कालेज खोल कर वहॉ industrialisation शुरू कर दिया है और सैकड़ों किलोमीटर रेलवे लाईन बिछा कर अफ़ग़ानिस्तान को तरक़्क़ी करा कर सेंट्रल एशिया और ईरान से जोड़ रहा है।
रूस-यूक्रेन तथा इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों का क़त्ल-व-ग़ारत अभी बंद नहीं होगा, इस का युद्धविराम चीन के उदय के साथ होगा।
#नोट: भारत की सीमा चीन और पाकिस्तान से उसी तरह से मिलती है जैसे पोलैंड की सीमा जर्मनी और रूस से मिलती है। इतिहास के पन्नों में चीन के उदय का मुख्य कारण भारत मे संघ की सरकार की असफल गृह और विदेशनीति लिखा जाये गा।जय अल हिन्द।
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