Post of 12 October 2024
संघ का स्थापना दिवस विजयादशमी है और उस दिन संघ प्रमुख भाषण देते हैं, जो मेमोरेबुल होता है। संघ के इसी मुख्यालय शहर नागपुर मे शाम को बुदिधिष्ठ धर्मावलंबी हिन्दु का धर्मांतरण करवाते हैं और शपथ दिलाते हैं।
आज इस अवसर पर हमारे आदरणीय विश्व प्रख्यात दार्शनिक संघ प्रमुख डाक्टर मोहन जी भागवत ने भाषण दिया जिस मे बांग्लादेश बन्ने में भारत के योगदान को याद किया और वहॉ हिन्दु समाज की सुरक्षा पर बात कही।
हमारे आदरणीय संघ प्रमुख को याद होगा कि 1971 में बांग्लादेश बनाने के लिए हम भारतीयों ने दुनिया का पहला आतंकी संगठन “मुक्ति वाहिनी” बनाया।पान खा कर, लुंगी पहन कर प्रशिक्षण दिया और सरदार जेनरल जगजीत सिंह अरोड़ा ने पाकिस्तान आर्मी को शर्मनाक “सरेंडर करवाया”, जो एक ऐतिहासिक घटना है।
एक सरदार संघ के हर विशेष समारोह में खड़े देखे जाते हैं। इंदिरा गॉधी का कत्ल उन के घर में एक सरदार ने ही किया और आज पचास साल (50) बाद भी कनाडा और अमेरिका मे बैठ कर भारत के खिलाफ आतंकी बात कर रहे हैं।
बँगलादेश बन्ने के बाद जगजीत सिंह अरोड़ा को सेवानिवृत्त कर दिया गया। बांग्लादेश मे मुक्ति वाहिनी को ख़त्म कर दिया गया और आतंकियों को आर्मी या दूसरे सेवाओं में पुनर्वास कर दिया गया।इन्हीं आतंकियो और उन के बाल-बच्चों को बंगलादेश मे नौकरी मे आरक्षण की सुविधा आज से पॉच महीना पहले तक थी।
मुक्ति वाहिनी के बाद श्रीलंका मे “तामिल टाइगर्स” बनाया गया और अंतोगत्वा 1973 मे यासीर अराफ़ात ने PLO बनाया।कहते हैं कि तामिल टाईगर्स के प्रमुख प्रभाकरण मद्रास में पटना से बने ड्राइवर लाईसेंस से गाड़ी चलाते थे।
#नोट: उमीद है कि हमारे आदरणीय संघ प्रमुख को बंगलादेश के हालिया घटना पर कुछ कहने के पहले पूरानी सब बातें मुक्ति वाहिनी और तामिल टाईगर्स की देखी और पढ़ी याद होंगीं।
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