Post of 11th July 2023
*इंगलैड की ईस्ट इंडिया कम्पनी व्यापार के लिए बनी थी मगर बाद मे जाकर यह फौज बन कर भारत और साऊथ ईस्ट एशिया को कब्जा कर इन देशों को ब्रिटेन का गुलाम बना दिया।
*उसी तरह से रूस के पुटिन ने प्राईवेट वैगनर सेना बनाई।अफ्रिका के देशो मे यूरोप, फ्रांस और अमेरिका द्वारा फैलाये दंगा फ़साद का फायदा उठा कर रूस ने वैगनर प्राइवेट सेना को 2014 मे अफ्रिका भेजा और 2021 तक चुन चुन कर अफ्रिका के देशो से फ्रांस और अमेरिका को निकाला।अफ्रिका मे आखरी सूडान का “फॉल ऑफ खारतुम” था।
अफ्रिका मे वैगनर की सफलता के बाद पुटिन ने यूक्रेन युद्ध कर यूरोप को बर्बाद करने की चाल चली मगर पिछले महीना 24 जून को वैगनर की बग़ावत ने पुटिन के वैगनर योजना पर पानी फेर दिया।
*भारत ने भी रूस के वैगनर तथा अमेरिका के ब्लैक वाटर की तरह भारतीय सेना मे “अग्निवीर” को तीन साल प्रशिक्षण देकर, भविष्य मे प्राईवेट आर्मी का रूप देकर दूसरे देशो मे प्रयोग करने की योजना बनाई थी।
मगर अब वैगनर के रूसी सेना के खेलाफ बग़ावत के बाद खबर छपी है कि भारतीय सेना अब 75% अग्निवीर को सेना मे ही रख लेगी, बाकी 25% तो प्रशिक्षण के बीच मे ही भाग गये।
तालेबान द्वारा “फॉल ऑफ काबूल” के बाद अमेरिका का ब्लैक वाटर तथा आईएसआईएस आतंकी संगठन असफल हो गया, उसी तरह वैगनर के अपने ही सेना के खेलाफ बग़ावत के बाद, वैगनर आतंकी संगठन का अन्त हो गया।
#नोट: अब कोई देश ईस्ट इंडिया कम्पनी या इराक़ मे ब्लैक वाटर, सिरिया मे आईएसआईएस, अफ्रिका मे वैगनर या अल शबाब जैसा मिलेटरी प्रशिक्षण देकर आतंकी संगठन नही बनाये गा।
वैगनर का वगावत भारतीय समाज, परिवार, नौजवानों तथा सेना के लिए शुभ समाचार है।जय अल हिन्द।