Post of 16 March 2021
2013 मे फतेह अल सिसी ने ओबामा के अरब स्प्रिंग का जनाज़ा निकाल कर इजिप्ट मे सत्ता संभाला। उस समय से वह मिस्र मे बडा बडा प्रोजेक्ट कर रहे हैं और चीन, रूस, जर्मनी, यूऐई, आयरलैंड, जापान पैसा और सेवा कर रहा है।
#सिसी ने सब से पहला काम किया सोयूज़ कनाल जो 1859 मे बना था उस को चौड़ा किया ताकि टू-वे ट्रैफ़िक हो जाये। वहॉ जहाज को 5-10 घंटा इंतजार करना पडता था रेड सी से मेडिटेरेनियन समुंदर मे जाने के लिये। सोयूज़ कनाल दुनिया के तीन महाद्वीप को जोड़ता है।
#दूसरा काम कैरो से 35 km दूर एक नई राजधानी बनाने का काम शुरू किया। इस नये मेगा-सिटी मे 29 मंत्रालय का अलग अलग भवन हो गा। पचास लाख लोगो के रहने के लिये मकान और 20 टावर बने गा जिस मे चीन $3bn मे अफ्रिका का सब से ऊँचा टावर बनाये गा।पूरा नया शहर स्मार्ट सीटी होगा। इजिप्ट 20 साल पहले लाल सागर के पास एक नया शहर शरम अल शेख बना चूका है। सऊदी अरब शरम अल शेख के क़रीब अपने लाल सागर मे दुनिया का अजुबा स्मार्ट सीटी Neom बना रहा है।
#तीसरा काम ग़ीजा (Giza) मे दुनिया का सब से बडा पुरातत्व का म्यूज़ियम आयरलैंड के आर्किटेक्ट के बने डिजाइन पर बेलजियम की कम्पनी से बनवाना शुरू किया। जापान इस म्यूज़ियम की सजावट कर रहा है।
#पिछले साल $23bn का हाईस्पीड ट्रेन के लिये जर्मनी की कम्पनी सिमेंस (Siemens) को ठिका दिया। रूस की कम्पनी Rosatom मेडिटेरेनियन समुंदर के किनारे नूकिलयर पावर प्लांट बना रहा है।
1956 मे मिस्र अफ्रिका का पहला देश था जो चीन को मान्यता दिया था। अब तक मिस्री लोगो ने हज़ारों चीनी महिला से शादी-ब्याह कर लिया है और यह लोग चीन-मिस्र व्यापार मे सहयोग कर रहे हैं।
“Egypt has become the hub of China’s Middle Eastern policy, particularly in politics and economy.”