Post of 23 March 2022
सत्तर साल से इस्राईल अमेरिका का 51 राज्य बना रहा है मगर आज यूरोप (यूकरेन) मे फिर दूसरे विश्व युद्ध के बाद आतंक सत्तर साल बाद लौट आया तो यूरोप और अमेरिका इस्राईल को अकेला छोड़ने पर मजबूर हो रहे हैं और यह अब अरबों के तरफ देख रहा है।
किसी ने इस साल के शुरू मे नही सोंचा होगा कि इस्राईल के प्रधानमंत्री नेफताली बेनेट ईजिप्ट के शरम अल शेख मे अपनी चमड़ी बचाने के लिए मिस्र के राष्ट्रपति सिसी की तरफ देखे गें।
रूस दुनिया मे तीसरे नमंबर का तेल/गैस पैदा करने वाला देश है और यूरोप को 48% तेल/गैस/कोयला उर्जा के लिए देता है (नीचे ग्राफ देखे). आज अगर रूस यूरोप को तेल और गैस की सप्लाई बंद कर दे तो आधा यूरोप अंधेरे मे ढंड से मर जाये गा।यही कारण है यूक्रेन लडाई मे यूरोपियन यूनियन रूस के खेलाफ जंग का एलान नही कर पा रहा है।
अभी और भविष्य मे यूरोप को अफ्रिका के तीन देश मिस्र, अलजेरिया, लिबिया ही तेल और गैस देकर रूस के उर्जा संकट से बचा सकते हैं क्योकि कल सऊदी अरब के कैबिनेट मिटिंग मे ओपेक के अनुबंध को पालन करने का फैसला लिया गया है।अब मिडिल ईस्ट के देश सऊदी अरब, यूऐई, कोवैत के तरह अफ्रिका के देश मिस्र, अलजेरिया, लिबिया का महत्व दुनिया को पता चले गा।
यूरोप के पास यूरेनियम नही है जो न्यूकिलिर प्लांट लगा कर उर्जा संकट से यूरोप को बचा लें।यूरेनियम भी अफ्रिका के देशो के पास है और एक न्यूकिलियर प्लांट बनाने मे कम से कम 7.7 साल लगता है।
#नोट: इस बदली दुनिया मे, भारत के कोई नेता या बूद्धजिवी या देशभक्त नीचे की तीन तस्वीर देख कर क्या यह बता सकते हैं भारत अगले बीस साल 130 करोड आबादी को लेकर कहॉ नज़र आये गा?
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Some comments on teh Post
Mohammed Seemab Zaman सिसी, ज़्याद, बेनेट की सोमवार की तस्वीर है।इस्राईली प्रधानमंत्री बेनेट शरम अल शेख मे पहुँच कर बाईडेन की पैरवी कर रहे थे ताकि यूएई को समझाये तेल ज्यादा निकालो और अमेरिका के लिडरशीप को बरक़रार रखो मगर यह लोग बाईडेन के मार-काट के नीति से वाक़िफ़ हैं इस वजह कर मान नही रहे हैं।अगर बाईडेन ईरान का सैंगशन्स सब हटा भी देते हैं तो भी यूरोप के रूस के तेल और गैस की कमी को पूरा ईरान नही कर पाये गा।अमेरिका खूद तेल विदेश से ख़रीदता है।
- ActiveAquil Ahmed, सर , लगतः है फिलहाल भारत रूस के साथ आगे जाए, जहां से उसे तेल के साथ फ़र्टिलाइज़र भी आयात का सस्ता आफर है रूस से और फार्मा इंडस्ट्री में सह्ययोग भी चाहता है.रूस ..उधर US का चीन के प्रति हद से ज्यादा विद्वेष भी भारत के प्रति us को नरम रखने की मजबूरी फिलहाल भारत के लिए एक एडवांटेज सा है ….देखना होगा ऐसे कब तक चलता है.
Sirajuddin Zainul Khan 130 करोड़ आबादी को सिनेमा हाल में हिजाब पहना कर फिल्म दिखायेंगे,और 80 करोड़ गरीब को 5 किलो फ्री राशन देके आत्मनिर्भर भारत बनायेगे,नरेगा से लोकल फार बोकल बनायेगे, आप ने एक नारा दिया था जय भवानी जो सच हो गया, सैय्यद इमरान बाल्की सर का एक बात मुझे याद है मूस मोटाई तो लोढ़ा होई जाई
- Mohammed Seemab Zaman कल OIC की मिटिंग मे तुर्की के विदेश मंत्री ने अपने स्पीच मे कहा था ” जिस देश मे मुस्लिम की आबादी दुनिया मे सब से ज्यादा है वह #हेजाब को बैन करने का फैसला करता है” कल का तुर्की के विदेश मंत्री का स्पीच हम को सब से अच्छा लगा। बहुत मस्त होकर सारी बात कह दिया जो दुनिया को सुनाना चाहा.
Syed Shaad वाह मिस्र भी महत्वपूर्ण भूमिका में आ चुका है।
- Mohammed Seemab Zaman हम अकसर लिखते थे मिस्र पर नज़र रखीये गा। सिसी बहुत ऊँची चिज़ है यह नौ साल मे चुप रह कर मूल्क को बहुत तरक्की कराया। यह तो कोरोना मे फँस गया जो टूरिस्ट दो साल नही आये वरना यह दो साल पहले नज़र आने लगता।
Lalit Mohan इज़रायल की गलतियों की सजा अब किसको मिलेंगी?क्या उसकी गलतियों को भुला दिया जायेगा, पर्दा डाल दिया जायेगा?याऐसे तबाही मचाने वाली सोच से कम से कम इस तरह से मिलना ओर विश्वास करना, हाथ मिलाना अगली गलती के लिए भूमिका बनाना नही होगा?
- Mohammed Seemab Zaman इसराईल के गलतीयों का सज़ा अब यूरोप और अमेरिका को मिले गी। देख रहे हैं न यूक्रेन मे क्या हो रहा है। सारा साजिशी दिमाग़ फँस गया। हम को तो समझ मे नही आ रहा है इस का end कैसे हो गा।
Sahid Mallick कल मेरे ऑफिस में ये न्यूज़ चल रहा थामेरा सुपरवाइजर बोला “all Yahuda together seating”