Post of 25 December 2023

आज मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी तीन दिन के दौरे पर भारत आ रहे हैं। यहाँ वह व्यापारियों तथा नेताओं से मिलें गे और भारत के 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर “मुख्य अतिथि” भी होंगे।इस साल नई दिल्ली मे होने वाले G20 की बैठक मे सिसी को “अतिथि देश” के रूप में भी आमंत्रित किया गया है।

इस यात्रा में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत करने और मिस्र में भारतीय निवेश के अवसरों की समीक्षा करने पर चर्चा शामिल है।

जर्मन शोधकर्ता कहते हैं कि भारत और मिस्र का 2600 वर्ष पूर्व से गहरा रिशता रहा है।कहा जाता हैं कि जब 2600 वर्ष पुर्व उत्तर भारत के हमारे पूर्वज जैन और बौद्ध होने लगे तो बिंधयाचल के नीचे बसे अफ्रिका/मिस्र से आये लोगों ने उन लोगो का विरोध किया मगर सफल नही हुऐ और पूरा भारत क़ंधार से लेकर बर्मा तथा श्रीलंका तक बुद्ध धर्म को मान्ने लगा।

700 AD मे भारत और मिस्र मे इस्लाम के आने के बाद भारत मे प्राचीन मिस्र के तरह पत्थर तराश कर मन्दिरों का निर्माण शुरू हुआ।उस के पहले की कोई मंदिर भारत मे नही है,मगर मिस्र मे है।

नीचे सिसी के मिस्र के 7000-3000 BC के मंदिर की द्वार की तस्वीर है।मिस्र के प्राचीन भगवान शिव की पत्नी सकमेत की तस्वीर है जिन को मिस्र मे शेर के मूंह तथा औरत के शरीर के रूप मे भी पूजा जाता था।मिस्र के भगवान शिव के पत्नी को मिस्र मे “युद्ध और उपचार की देवी” माना जाता था।पूजारी धोती पहनते और नहा कर पूजा करते थे, औरते शरीर पर गोंदना गोदवाती थी।

#नोट: सिसी बहुत सही समय पर भारत आये हैं।संघ और भारतीय इतिहासकार उन से पूछे कि भारत मे जब मुस्लिम आक्रमणकारी आये तो मंदिर तोड कर मस्जिद बनाया मगर मिस्र मे जब 650 AD मे मुस्लिम आक्रमणकारी आये तो शिव मंदिर, सूरज मंदिर या कार्णक या देंदरा या लक्ज़र मंदिर तोड कर मस्जिद क्यों नही बनाया? (Please keep comments respectful)

President Sisi is in Luxor temple, Egypt.
Temple at valley of Kings
Sekhmet, wife of God Shiv of Egypt. She is also called “Goddess of war and healing”