Post of 19 March 2024
हम ने 2019 में नारा दिया था “Please once more….” ताकि पिछले पॉच साल (2014-19) मे जिन अंधे हो गये दिल वालों ने देश बर्बाद किया है वही भुगतें।पिछले पॉच साल में मेरा नारा कामयाब रहा, अब अंधे हो गये दिल भुगत रहे हैं और अभी वर्षों भुगते गें।
मेरे नारा का बेस था भारत का इतिहास और भूगोल और 26 जनवरी 2015 मे बराक का भारत आना और उस के बाद का शोर-व-ग़ुल और विश्वगुरू का सपना की बराक और पश्चिमी देश हिन्दुस्तान को दूसरा चीन बना दे गा।
यही सपना हमारे बहुसंख्यक समाज तथा संघ के विचारक, प्रचारक, राजनीतिक पार्टियों के नेता, बुद्धिजीवी और पत्राकार देखने लगे मगर वह सब लोग भारत का हज़ारों साल का इतिहास और भूगोल भूल गये कि एशिया के दूसरे देश अब अंधे हो गये दिल को दूसरा चीन नही बन्ने दें गें।
पिछले पॉच साल (2019-24) में जो घटना घटी वह सब मेरे एनेलेसिस में था; भारत में सरकारी बैंक डूबे गा, समाज में एक धर्म के खेलाफ घोले ज़हर के कारण विदेशी निवेश नहीं आये गा, तेल और गैस का दाम बढ़े गा, विकास पैदा नहीं होगा, बेरोज़गारी बढ़े गी, ग़रीबी बढ़े गी, विदेशनीति असफल होगी और चीन विस्तारवादी होगा।
मगर हम ने यह नही सोंचा था कि कोरोना वबा आये गा और फ़ॉल ऑफ काबूल होगा और फिर रूस यूक्रेन जंग होगी और इसराइल-प्रतिरोधी ताक़तों का मार-काट होगा और दुनिया तेज़ी से सौ साल बाद बदल जाये गी।
कोरोना में तो कम-व-बेश सभी देश बर्बाद हुआ मगर सब से ज़्यादा अमेरिका, भारत और ब्रिटेन बर्बाद हुआ। अमेरिका मे 1 million (दस लाख) से ज़्यादा लोग मरे और भारत का तो कोई आँकड़ा नहीं है मगर लाश नदी-नालों में बहती दुनिया ने देखा। भारत में ग़रीबी ऐसी बढ़ी कि 2029 तक 60% से ज़्यादा लोगों को 5 किलो अनाज सहायता सरकार देती रहे गी। अमेरिका और ब्रिटेन कोरोना के चार साल बाद भी आर्थिक तौर पर अभी तक संभला नहीं है।
#नोट: मेरे “प्लीज़ वन्स मोर…” नारा का उद्देश्य पूरा हो गया, 11 सरकारी बैंक डूब गया, कोई विदेशी निवेश न पश्चिमी देशों से आया न ही वहाबी कहे जाने वाले देशों से आया, बेरोज़गारी और ग़रीबी बढ़ गया, असफल विदेशनीति के कारण चीन विस्तारवादी हो गया मगर न पश्चिमी देशों ने संज्ञान लिया न वहाबी देशों ने चीन की आलोचना किया…
“#चुनाव_2024 अगले 50 वर्षों के लिए भारत का भाग्य तय करेगा”
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Some comments on the Post
Mohammed Seemab Zaman उर्दू नाम वालों को इस चुनाव 2024 में क्या करें, इस पर अलग से दो पोस्ट बाद में करें गें। मेरी सलाह है कि इस चुनाव में उर्दू नाम वाले सोशल मिडिया पर कोई टिका-टिप्पणी नहीं करें, वह भिल्कुल चुप रहें, चुप चाप तमाशा देखें।
- Mohammed Seemab Zaman, Abdul Raheem साहेब, उस कांग्रेसी से कहिये कि जिन्नाह पाकिस्तान बनाया तो नरसिम्हा राव ने क्यों चीन को ज़मीन लिख कर दिया और फिर अभी चीन क्यों ज़मीन क़ब्ज़ा कर रहा है। क्या नरसिम्हा राव जिन्नाह नहीं है?…….उस से पूछना कि पता है &रात रत्न नरसिम्हा राव ने कितना ज़मीन लिख कर दिया?